मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने वात्सल्य योजना के तहत 1 मार्च 2020 से 31 मार्च 2022 तक कोरोना काल में ऐसे बच्चों, जिनके माता-पिता या संरक्षक की मृत्यु हो गई हो ,उनके देखभाल और परवरिश के लिए चिन्हीकरण कर रहे है। इसके तहत चम्पावत जिले में भी 30 जून तक सभी विकासखंडों में चिन्हीकरण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। चिन्हित बच्चों को जुलाई के पहले हफ्ते से आथिर्क सहायता दी जानी शुरू कर दी जाएगी। जिला समाज कल्याण अधिकारी आर.एस. सामन्त ने बताया कि अब तक जिले के चारों विकासखंडों में अभी तक ऐसे 19 बच्चों का चिन्हीकरण किया जा चुका है। यह प्रयास किया जा रहा है कि कोई भी बच्चे जो, इस दौरान असहाय हुए हैं, वह योजना के लाभ से वंचित ना रह जाए।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक
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