पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय दाज्यू #हरीश_रावत जी आज अपने कहा है कि आई.ए. एस. अधिकारियों को एक मंत्री से नही वन प्लस वन से रूबरू होना पड़ता है, अब दाज्यू उम्र के इस पड़ाव में मैं आपके पूर्व के काले अध्यायों को नही खोलना चाहती थी लेकिन आप कह रहे हैं तो आपको आपका इतिहास याद दिला दूँ क्योंकि उम्र के इस पड़ाव में आपकी स्मरण शक्ति के साथ-साथ मनोदशा का भी दुर्बल होना स्वभाविक है । आपके कार्यकाल में अधिकारियों को ही नहीं अपितु आपके मंत्रियों, विधायकों व कार्यकर्ताओं को भी #वन_प्लस_टैन से रूबरू होना पड़ता था जिसकी परिणीति रही कि मंत्रियों व विधायकों ने आपका साथ छोड़कर जाना उचित समझा। आपके वन प्लस टैन के बीच मे इतने बाई-पास रास्ते थे कि कोई भी बिना दान दक्षिणा दिए मंजिल तक पहुँच ही नही पाता था। दाज्यू यदि आपको आवश्यकता हो तो आपके वन प्लस टैन की सूची आप मुझसे कभी भी ले सकते हैं, साथ ही आपको यह भी याद दिलाना है कि आपके वन प्लस टैन में अब वर्तमान समय में वन प्लस नाइन ही रह गए है क्योंकि सुना है कि बंटवारा सन्तोषजनक न होने के कारण इनमें से एक प्लस आपका साथ छोड़कर चले गए हैं । इस उम्र में संभवतया आप गिनती सही से नहीं कर पा रहे होंगे इसलिए आपको याद दिला दूँ कि अब आप वन प्लस नाइन रह गए हैं। मेरा आपको व्यक्तिगत सुझाव यह भी है कि अब आप मुख्यमंत्री बनने के लिए मुंगेरी लाल के सपने देखना छोड़कर अपनी सेहत और स्वास्थ्य का ध्यान दें ताकि समय रहते प्रदेश में बची हुई कांग्रेस को भी आप अपने कर कमलों से निपटा जायँ।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक