आइए आपको आज उत्तराखंड के एक ऐसे शिक्षक के बारे में बताते हैं, जिस को पढ़कर आपको भी हैरानी हो जाएगी जी हां हम बात कर रहे हैं शिक्षक आशीष डंगवाल की,आशीष डंगवाल ने बताया हैं कि हम जिन अभाव में पढ़े,वो हमारी आगे की पीढ़ी को महसूस नहीं होना चाहिए, इसके लिए मैं कम संसाधनों में नए प्रयोग करके बच्चों के लिए सरकारी स्कूल को स्मार्ट स्कूल बनाना चाहता हूं। समाज के सक्षम लोगों को अपने साथ जोड़कर वह स्कूल के विकास में उनकी भी सहभागिता बढ़ा रहे हैं। बताया कि कोरोना के चलते उनकी बहुत सी योजनाएं रुकी हुई है, लेकिन हालात सामान्य होते ही वह उन पर तेजी से काम करेंगे।
राजकीय इंटर कॉलेज गरखेत टिहरी गढ़वाल में तैनात राजनीति विज्ञान के शिक्षक आशीष डंगवाल उत्तराखंड के इकलौते ऐसे शिक्षक है, जिनकी लोकप्रियता को देखते हुए साल 2019 में फेसबुक ने भी उन्हें सेलिब्रिटी का नीला टिक दिया।आशीष डंगवाल ने बताया कि हाईस्कूल और इंटर तक बेटियों की शिक्षा का स्तर अच्छा है। हर साल हाईस्कूल, इंटर की परीक्षाओं में बेटियों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की खबरें हम पढ़ते हैं, लेकिन इसके बाद उच्च शिक्षा में उनकी उपस्थिति बहुत कम नजर आती है।
इसके पीछे कई वजह हैं, या तो उन्हें परिवार का सहयोग नहीं मिलता या फिर घर की आर्थिक स्थिति के कारण वह आगे नहीं बढ़ पाती। आशीष ने कहा कि अभी वह इस पर ज्यादा जानकारी नहीं दे सकेंगे, लेकिन भारती प्रोजेक्ट पहाड़ की उन बेटियों को उड़ान देगा जो कुछ करना चाहती हैं।
आशीष डंगवाल सुर्खियों में तबाही जब उन्होंने घराट को लेकर काम किया, तब उनका राजकीय इंटर कॉलेज भंकोली उत्तरकाशी से ट्रांसफर हुआ तो बच्चों से लेकर पूरा गांव उनकी विदाई समारोह में रोने लगा था। ऐसी विदाई किसी शिक्षक को नहीं मिली होगी। उन्होंने गांव में विलुप्त हो चुके घराट (पनचक्की) को लेकर काम किया। उन्होंने स्कूल के बच्चों के साथ मिलकर घराट के स्वरूप को बदला, जिसे फेसबुक पर लोगों ने खूब पसंद किया।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक