नरेंद्र पिमोली
उत्तराखंड के 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं के लिए कल से स्कूल खुल गए हैं। हालांकि देहरादून के स्कूलों बेहद कम संख्या में छात्र छात्राएं दिखाई दिये । वहीं थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया गया । ओर सोशल डिस्टेसिंग का पूरे तरीके से पालन किया गया । वहीं स्कूल खुलने से छात्र छात्राओं मे भी काफी उत्साह देखने को मिला ।
कोरोना के चलते लंबे समय से बंद पड़े हुए स्कूलों में एक बार फिर बच्चों की पढ़ने गूंज सुनाई दे रही है। प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश भर में 10वीं और 12वीं के छात्र छात्राओं के लिए स्कूल खोल दिये है। जिससे बच्चें भी काफी खुश दिखाई दे रहे है। हांलाकि स्कूलों मे कोरोना के चलते पूरी व्यवस्थाऐं बदली बदली सी नजर आ रही है। बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से स्कूल के प्रवेश द्वार पर हाथों को सैनेटाईज किया जा रहा है और थर्मल स्क्रिनिंग के साथ ही मास्क लगाकर प्रवेश दिया जा रहा है। सुरक्षा के लिहाज से गाईडलाईन का पूरा पालन किया जा रहा है।देहरादून स्कूलों के खुलते ही बच्चे भी काफी खुश दिखाई दे रहे हैं … हांलाकि कभी बच्चों ने यह नहीं सोचा होगा की स्कूलों मे प्रवेश करते ही सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा । लंबे समय से स्कूल खुलने के बाद जिस तरीके का उत्साह बच्चों मे रहता था वह देखने को नहीं मिल रहा है । जिस तरीके से बच्चे एक दूसरे से मिलने पर हाथ मिलाना और गले लगना यह सब अब बच्चों से दूर होता जा रहा है । वही दूसरी और जहां पहले बच्चे एक ही रूम मे एक साथ बैठकर पढ़ाई करते थे लेकिन अब उसी पढाई के लिए दूर दूर और अलग अलग क्लास रूम में बैठना पढ़ रहा है। हांलाकि बंच्चे उसके बावजूद भी काफी खुश दिखाई दे रहे है। बच्चो की माने तो स्कूलों के खुलने से अब अच्छे तरीके से पढ़ाई हो पाएगी जो की आॅनलाईन के जरिये नही हो पा रही थी ।बच्चों के भविष्य को ध्यान मे रखते हुए राज्य सरकार ने स्कूल खोलने का बड़ा फैसला लिया है जिसके चलते 10वी और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिये गये है। जो की राज्य सरकार व स्कूल प्रबधकों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है। लेकिन अगर सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले समय मे अन्य क्लासों को भी खोल दिया जायेगा । जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो और सही समय पर परीक्षा भी करवाई जा सकें
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक