“बीस गती सौण समेस्वर हारदूध मेला
माँ गंगा के शीतकालीन पूजा स्थल मुखवा गांव में मनाए जाने वाले पारम्परिक हारदूध मेले में नाग देवता एवं गंगा घाटी के आराध्य श्री समेस्वर देवता को दूध दही जल आदि चढ़ाया जाता है , भगवान समेस्वर से सभी ग्रामीण सुख समृद्धि की कामना करते है और समेस्वर देवता की डोली मंदिर प्रांगण में बनाई फूलों की चादर के ऊपर नाचते हैं फिर सभी ग्रामीण उन फूलों की आशीर्वाद स्वरूप अपने साथ ले जाते हैं। साथ ही रासो तांदी लगाकर ढोल, दमाऊं ,रणसिंग की धुन पर थिरकते हैं।
सौजन्य -रजनीकांत सेमवाल के fb से
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक