भूख में जहरीली रोटी भी, मीठी लगती है,क्या आप जानते है दुनिया में भूख के कारण एक दिन में कितने लोग मरते है,
आप अपनी आंखों से मौत को देखें और चाह कर भी कुछ ना कर सकें तो सोचिए यह मौत कैसी होगी.ये वही सोच सकता जिसके घर में शाम को चूल्हा नही जलता है,
एक ऐसी समाज सेविका रजनी ढौंडियाल जोशी जो काफी सालो से गरीब लोगों राशन बांट रही है,जो हर समय समाज की सेवा के लिए तत्पर रहती है, उन्होंने कोरोना काल में भी हर संभव लोगों की मदद की है,…
हमारे देश में हर रोज़ ना जाने कितना खाना फेंका जाता है,
ना जाने कितना अनाज सड़ जाता है,
किन्तु दुर्भाग्य देखिये कि वह किसी गरीब तक नहीं पहुँच पाता।हमारे देश में ना जाने कितने लोग रोज़ भूखे ही सो जाते हैं,
और कुछ तो भूखे ही दुनिया छोड़ जाते हैं,
देश में आधे से ज्यादा जनसंख्या पैरासाइट की तरह है जो अपना जीवन यापन दूसरों पर करते हैं।
और इसका कारण कहीं ना कहीं हमारे देश की वर्षों से चल रही सामाजिक संरचना एवं शिक्षा पद्धति भी है,
जिसमे शीघ्र बदलाव ही इनके जीवन की दशा और दिशा सुधार सकती है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक