कुमाऊं के लाल ने लेह में दम तोड़ा, एक दिन पहले ही हुई थी पत्नी की बात, मौत की वजह सेदो बेटों के पिता और एक बूढ़े बाप के बेटे धर्मेंद्र के निधन के बारे में सेना से अभी परिजनों को यही सूचना मिली है कि धड़कन रुक जाने से उनकी मौत हो गई. धर्मेंद्र का पार्थिव शरीर रविवार को उनके गृहनगर पहुंचेगा और सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.परिवार हैरान!
देश की सेवा करते-करते उत्तराखंड का एक और लाल अपने प्राण न्यौछावर कर चला गया. हल्द्वानी के लालकुआं इलाके के रहने वाले सेना के एक जेसीओ का निधन हो गया है. धर्मेंद्र गंगवार सेना में जेसीओ के पद पर तैनात थे, लेकिन शनिवार सुबह उनके परिवार को फोन आया कि उनका निधन हो गया. परिवार के मुताबिक धर्मेंद्र इस समय लेह-लद्दाख में तैनात थे और पिछली दीपावली पर छुट्टी में आए थे. जब से जेसीओ धर्मेंद्र गंगवार के निधन का समाचार लोगों को मिला है लालकुआं के गांधीनगर में स्थित उनके घर लोगों के आने का सिलसिला जारी है. लोग धर्मेंद्र के परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं.
धर्मेंद्र के पिता रामपाल गंगवार अपने आंसू पोछते हुए बताते हैं कि उनका बेटा साल 2003 में आर्मी की एएमई कोर में हल्द्वानी से भर्ती हुआ था. इसके बाद वह कई जगह तैनात रहे. धर्मेंद्र का बड़ा बेटा आर्यन 11 साल का है जबकि छोटा बेटा महज सात साल का है. दोनों बच्चे भी पिता के निधन से गुमसुम हैं. उनकी पत्नी मीरा गंगवार को अभी भी भरोसा नहीं हो रहा कि उनके पति का देश की सेवा करते हुए हमेशा के लिए चले गए. रविवार को धर्मेंद्र का शव लालकुआं पहुंचेगा, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक