पहाड़ के युवाओं के लिए 163 सेमी लंबाई का मानक है, लेकिन भर्ती में 166 सेमी से ज़्यादा का नियम चलाया जा रहा है.
मीटर की जिस दौड़ के लिए 5 मिनट 40 सेकंड के समय का नियम है, उसके लिए सिर्फ 5 मिनट का समय दिया जा रहा है.
अग्पिपथ स्कीम के तहत अग्निवीर भर्ती में शामिल होने आए युवाओं को बाहर किया गया, तो उन्होंने इसे सेट मानकों के साथ छेड़छाड़ और पहाड़ के युवाओं के साथ धोखा करार दिया, तो यह बड़ा मुद्दा बन गया. अब इसमें राज्य सरकार के मंत्रियों ने केंद्र सरकार के मंत्रियों से शिकायत व बातचीत का रास्ता खोला है.
उत्तराखंड में चल रही अग्निवीरों की भर्ती में लंबाई और दौड़ के टाइम को लेकर बड़ा बवाल खड़ा हो गया है.भर्ती के लिए आए युवाओं ने मानकों के हिसाब से भर्ती प्रक्रिया न होने के आरोप लगाए तो अब राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय रक्षा मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर कहा है कि भर्ती प्रक्रिया नियमों के खिलाफ होने से पहाड़ के युवा निराश हो रहे हैं,रक्षा मंत्रालय इन आरोपों से इनकार कर रहा है, लेकिन विपक्षी कांग्रेस को मौका मिल गया है कि इस भर्ती योजना की आलोचना की जा सके क्योंकि उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार के दो मंत्री विरोधाभासी बयान दे रहे हैं. अग्निवीरों की भर्ती में मानकों की गड़बड़ी को लेकर सतपाल महाराज ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट को लेटर भेजकर कार्रवाई की मांग की है. महाराज ने चिट्ठी में लिखा है कि कोटद्वार में अग्निपथ सेना भर्ती रैली में युवाओं को हाइट और दौड़ के समय को लेकर निर्धारित मानकों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. महाराज की यह चिट्ठी युवाओं के उन आरोपों की पुष्टि करती है, जिनमें कहा गया कि सेना में इस बार 163 सेंटीमीटर की जगह 166 सेंटीमीटर से ज़्यादा हाइट वालों को सिलेक्ट किया जा रहा है और दौड़ के लिए टाइम भी कम दिया जा रहा है.
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक