आज सचिवालय में राज्य वन्य जीव बोर्ड की 17 वीं बैठक में संबंधित अधिकारियों के साथ सोनप्रयाग से श्री केदारनाथ धाम एवं गोविंदघाट से श्री हेमकुण्ड साहिब रोपवे के लिए वन भूमि हस्तांतरणों सहित विभिन्न बिंदुओं को लेकर विस्तृत रूप से समीक्षा की।
वन एवं वन्यजीव संरक्षण हम सभी के लिए बहुत ही आवश्यक है इसलिए हमें इकोलॉजी और इकोनॉमी में समन्वय बनाकर निर्बाध रूप से प्रदेश में विकास की गति को और तेज करना है।
हरेला पर्व पर अधिक से अधिक फलदार पेड़ लगाते हुए पर्यावरण संरक्षण हेतु महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। इस दौरान मेरे साथ वन मंत्री सुबोध उनियाल भी उपस्थित रहे।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक