उत्तराखंड की राजनीति में तकरीबन निर्णायक मोड़ पर दिख रही है. बाहर से यही कहा जा रहा है कि तीरथ उपचुनाव लड़ सकते हैं लेकिन बीजेपी का मूड कुछ और है. यह भी दावा था कि पार्टी तीरथ की अगुवाई में ही विधानसभा चुनाव 2022 लड़ेगी, मीडिया में कई खबरों के बीच बड़ी संभावना ये भी जताई जा रही है चुनावों के मद्देनज़र एक बार फिर नेतृत्व बदला जा सकता है. जबकि भाजपा ने संभावना पर फिलहाल कुछ न कहते हुए यही स्टैंड लिया है कि किसी मुख्यमंत्री का शीर्ष नेताओं से मिलना रूटीन का हिस्सा होता है.
उत्तराखंड में एक बार फिर मुख्यमंत्री बदला जा सकता है. त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह इसी साल मार्च में तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाया गया. अब जबकि 2022 में विधानसभा चुनाव होने में एक साल का वक्त भी नहीं रह गया है, बीजेपी एक बार फिर सीएम बदलने के मूड में तो नही?. वास्तव में, भाजपा आलाकमान द्वारा अचानक दिल्ली तलब किए जाने के बाद बुधवार को आधी रात के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की मुलाकात गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ हुई थी, लेकिन इसके बाद से सस्पेंस और अटकलों का दौर जारी है क्योंकि तीरथ रावत को गुरुवार शाम तक उत्तराखंड लौटना था, मगर अचानक उनकी वापसी रद्द हो गई.
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक