जब से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुर्सी संभाली है तब से लगातार जनहित से जुड़े मामलों पर पड़े फैसले ले रहे हैं। पिछली त्रिवेंद्र रावत सरकार के सबसे महत्वपूर्ण फैसलों में से एक उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम एक्ट के मामले पर भी तीरथ सिंह रावत सरकार अब पुनर्विचार कर रही हैं ।
आज सोमवार को सुबह 10:00 बजे सचिवालय में चार धाम यात्रा 2021 को को लेकर महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है पिछले साल कोविड-19 के चलते चार धाम यात्रा बहुत सूक्ष्म स्तर पर ही आयोजित हो पाई। लेकिन इस बार राज्य सरकार से बहुत धूमधाम के साथ आयोजित करना चाहती है इसलिए चार धाम यात्रा से जुड़े तमाम अधिकारियों को बैठक में बुलाया गया है। उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को भी बैठक में मौजूद रहने के लिए कहा गया है।
बैठक में चार धाम यात्रा की तैयारियों के साथ साथ उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम एक्ट को लेकर भी सरकार चर्चा कर सकती है इस एक्ट के गठन से ही प्रदेश में बड़े पैमाने पर तीर्थ पुरोहितों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था। हालात यहां तक पहुंच गए कि भाजपा के वरिष्ठ सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को तीर्थ पुरोहितों की ओर से कोर्ट में इस बिल की खिलाफत भी करनी पड़ी। ऐसे में चुनावी साल में सरकार इस बिल को लेकर महत्वपूर्ण फैसले भी ले सकती है। अगर ऐसा होता है तो ये तीरथ सिंह रावत सरकार का सबसे बड़ा फैसला होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केदारनाथ में आस्था किसी से भी छिपी नहीं है। ऐसे में प्रधानमंत्री केदार धाम के पुनर्निर्माण और बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के साथ भी कई बैठकें कर चुके हैं। प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज शाम 5:00 बजे सचिवालय में केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण और बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है जिसमें वह अधिकारियों से अब तक किए गए कार्यों का पूरा हिसाब लेंगे।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक