ऋषिकेश मायाकुंड निवासी फाइनेंस व्यापारी राजकुमार अग्रवाल ने बापू ग्राम मैं रहने वाले सुरेश चौधरी को बेटी की शादी के लिए ₹600000 उधार दिए थे। लॉकडाउन के चलते सुरेश चौधरी उपरोक्त रकम वापस नहीं कर पाया और व्यापारी को बार-बार अपने घर के चक्कर कटाने लगा, बार-बार फाइनेंस व्यापारी द्वारा रकम वापस मांगने से तंग आकर सुरेश चौधरी ने फाइनेंस व्यापारी को ठिकाने लगाने की योजना बनाई और उसे भुगतान का झांसा देकर ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर बुलाया और उसे कहा कि आप मेरे साथ चलो मैं आपको एक ठेकेदार से पैसे लेने हैं। वह पैसे लेकर मैं आपको दे देता हूं और उसकी स्कूटी पर बैठकर फाइनेंस व्यापारी को ऋषिकेश हरिद्वार बायपास मार्ग पर स्थित जंगल के अंदर ले गया और अपने दो साथियों के साथ मिलकर फाइनेंस व्यापारी की गला घोट कर हत्या कर दी और व्यापारी के शव को गाड़ी में रखकर मंगलौर के पास एक गांव में ले गए और वहां पर मृतक के शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। मंगलौर पुलिस को सूचना मिली कि गांव के खेत में एक आधी जली लाश पड़ी हुई है। जिस पर मंगलौर पुलिस ने आसपास के थाना क्षेत्रों में छानबीन की लेकिन जब कोई जानकारी नहीं मिली तो उस शव को लावारिस मानकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक व्यापारी के बेटे ने ऋषिकेश कोतवाली में अपने पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो सीसीटीवी में देखा कि राजकुमार अग्रवाल सुरेश चौधरी के साथ स्कूटी पर बैठकर कहीं जा रहे हैं। पुलिस ने सुरेश चौधरी के घर पर दबिश दी तो वहां पर दो अन्य लोग मिले तीनों को लाकर कोतवाली में छानबीन की तो इन तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और पुलिस को सारी घटना की जानकारी दी पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है वही न्यायालय से रिमांड भी मांगी जाएगी ताकि मौत के कारण का पता चल सके।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक