विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। विधानसभा का यह सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में 15 अगस्त से पहले संभावित है।संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के अनुसार संभावित गैरसैंण में यह सत्र अगस्त के पहले सप्ताह में प्रस्तावित है। फिलहाल तिथि को लेकर मंथन चल रहा है। आपको बता दे ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में पिछले वर्ष मार्च में बजट सत्र हुआ था। इसके बाद से वहां विधानसभा का कोई सत्र नहीं हुआ है। इस बार बजट सत्र गैरसैंण में होना था, लेकिन तब विपक्ष और सत्ता पक्ष के विधायकों के आग्रह पर इसे देहरादून में ही आयोजित किया गया था।
आगामी 5 अगस्त से गैरसैण में होगा विधानसभा सत्र, जल्द कैबिनेट में मिलेगी मंजूरी।
उत्तराखंड में आगामी विधानसभा सत्र गैरसैण में आयोजित करने की तैयारी चल रही हैं। संसदीय कार्यमंत्री ने इस संबंध में जानकारी दी।
उत्तराखंड में विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर के तैयारी शुरू हो गई है। मंगलवार को उत्तराखंड के संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र अग्रवाल ने इस संबंध में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार का मानसून सत्र आयोजित होना है जिसको लेकर के अभी विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से अपनी राजधानी गैसों में मानसून सत्र आयोजित नहीं हुआ है लिहाजा इस बार विचार किया जा रहा है कि आगामी मानसून सत्र अगस्त माह के पहले सप्ताह से ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण में आयोजित की जाए किया जाए। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र को लेकर उनके द्वारा मुख्यमंत्री से चर्चा की जा रही है और विधानसभा सत्र को गैरसैंण में आयोजित किए जाने को लेकर के निर्णायक रूप से कैबिनेट में फैसला लिया जाएगा और उम्मीद है कि यह विधानसभा सत्र पांच अगस्त से गैरसैंण में आयोजित किया जाए।
आपको बता दें कि पर्वतीय राज्य उत्तराखंड के गठन की मांग गढ़वाल और कुमाऊं के केंद्र बिंदु गैरसैण को राजधानी के रूप में रख के की गई थी। वर्ष 2000 में उत्तराखंड राज्य के गठन के बाद से लेकर अब तक उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी देहरादून से संचालित की जा रही है तोवहीं भाजपा की पिछली सरकार में बतौर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक कदम आगे बढ़ते हुए घर्षण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था हालांकि गैरसैण में अवस्थापना विकास को लेकर के पूर्व की कांग्रेस सरकारों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है और लगातार गैरसैंण सियासत के केंद्र में रहा है। लेकिन वर्तमान सरकार में पहली दफा है कि जब लंबे समय से गैरसैंण में ना तो कोई विधानसभा सत्र हुआ है और ना ही गैरसैण को लेकर के कोई ज्यादा चर्चा हुई है। तो वही पिछली बार जब गैरसैंण में विधानसभा क्षेत्र होने जा रहा था तो विधायकों ने ठंड का बहाना बताकर विधानसभा को सत्र को देहरादून में आयोजित करने की मांग उठाई जिसकी वजह से गैरसैंण में सत्र को टाल दिया गया और उसे देहरादून में किया गया और अब एक बार फिर से मानसून सत्र को गैरसैंण में आयोजित किए जाने की बात की जा रही है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक