उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं में मकर संक्रांति पर ‘घुघुतिया’ त्योहार मनाया जाता है। इस त्योहार की अपनी अलग ही पहचान है। त्योहार का मुख्य आकर्षण कौवा है। बच्चे इस दिन बनाए गए घुघुती कौवे को खिलाकर कहते हैं- ‘काले कौवा काले घुघुति माला खा ले’।
जिस बात का डर था वही हुआ। पड़ोसी राज्यों में बर्ड फ्लू के दस्तक देने के बाद आखिरकार उत्तराखंड में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई। उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से जगह-जगह पक्षियों के मृत मिल रहे है लोग बर्ड फ्लू की आशंका को लेकर डरे हुए थे, दुर्भाग्य से ये खबरें गलत नहीं थी। केंद्र ने सोमवार को उत्तराखंड में बर्ड फ्लू के केस मिलने की पुष्टि की है। उत् अब इस लिस्ट में उत्तराखंड का नाम भी शामिल हो गया है। प्रदेश में पिछले कई दिनों से पक्षियों के मृत मिलने की सूचनाएं मिल रही थीं। देहरादून में दो सौ से ज्यादा कौवे मृत मिले। बताया गया कि राजधानी के भंडारीबाग क्षेत्र में मास लेवल पर सैकड़ों कौवे मरे हुए पाए गए। कई कौवे अब भी बीमारी की हालत में हैं और लगातार मर रहे हैं। उत्तराखंड में 700 से ज्यादा पक्षी मृत पाए गए हैं।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक