सीजन की पहली बर्फबारी जमकर हुई है। तृतीय केदार तुंगनाथ धाम सहित चोपता में एक फीट से अधिक बर्फ गिरी है। चोपता में हुई बर्फबारी के बाद पर्यटकों ने भी चोपता का रुख कर दिया है। चोपता का पूरा क्षेत्र बर्फ की सफेद चादर से घिरा हुआ है।
बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले का चोपता मिनी स्विटजरलैंड से जाना जाता है और यहां नवंबर से फरवरी माह तक बर्फवारी का सिलसिला लगा रहता है, जिस कारण देश-विदेश से पर्यटक यहां पहुंचते हैं। खास तौर पर नये साल का जश्न मनाने के लिए पर्यटक यहां आते हैं। जिले में प्रसिद्ध तीर्थस्थलों के साथ ही पर्यटक स्थल भी हैं, जहां पर्यटकों एवं तीर्थयात्रियों का सालभर आना जाना लगा रहता है। मिनी स्विटजरलैंड चोपता में भी सालभर पर्यटक आते हैं। चोपता से तीन किमी की चढ़ाई चढ़ने के बाद तुंगनाथ धाम पहुंचा जाता है, जहां से एक किमी ऊपर चन्द्रशिला है। भगवान तुंगनाथ के कपाट भले ही चार नवंबर को बंद हो गए हैं, लेकिन पर्यटक यहां कपाट बंद होने के बाद भी पहुंचते हैं। बुग्यालों में जमी बर्फ में पर्यटक भरपूर आनंद लेते हैं।
पर्यटक स्थल चोपता में सीजन की पहली बर्फबारी जमकर हुई है, जिससे चोपता-बद्रीनाथ राजमार्ग भी बर्फ से ढक गया। हालांकि लोनिवि राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड विभाग की मशीनों ने राजमार्ग को खोल दिया है। बर्फबारी के बाद क्षेत्र में ठंड भी बढ़ गयी है। अब पर्यटक भी चोपता का दीदार करने के लिए भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। चोपता के अलावा तुंगनाथ धाम में भी भारी बर्फ गिरी है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक