गौरा देवी सम्मान! — नैनीताल के चंदन नयाल को पर्यावरण और चमोली के सुरेंद्र रावत, सोनिया मिश्रा को पत्रकारिता के लिए मिलेगा पुरस्कार..
जनपद चमोली की प्रसिद्ध ऊर्गम घाटी में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5-6 जून को 27 वां गौरा देवी पर्यावरण प्रकृति पर्यटन विकास मेला का आयोजन किया जा रहा है। इस साल उक्त मेले में विभिन्न क्षेत्रों पर्यावरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, साहित्य, सामाजिक व कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को गौरा देवी सम्मान से सम्मानित किया जायेगा। जनदेश सामाजिक संगठन के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी नें बताया कि इस वर्ष का गौरा देवी पर्यावरण सम्मान, नैनीताल के पर्यावरणविद्ध चंदन नयाल और पत्रकारिता व ग्रामीण विकास के लिए चमोली के युवा पत्रकार सुरेंद्र रावत, सोनिया मिश्रा, रंजीत रावत, शिक्षक मनोज सती को वृक्षारोपण सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले विभिन्न लोगो को गौरा देवी सम्मान प्रदान किया जायेगा।
ये है चंदन नयाल!
उत्तराखंड के नैनीताल जनपद के ओखलकांडा ब्लाॅक के ग्राम नाई के तोक चामा निवासी 30 साल का चंदन नयाल, बिना किसी हो-हल्ला, शोर-शराबे, चमक-धमक, दिखावे से इतर चुपचाप प्रकृति को अपने हाथों से संवार रहा है। इस युवा नें 10 साल में 61000 पौधे स्वयं और 1 लाख ले अधिक विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से पेड लगायें है और 6 हजार से अधिक चाल खाल खंतिया तैयार करके वर्षा का जल संग्रहण करके पेड और जंगलो को नवजीवन दिया है। चंदन नें पेड़ो के लिए अपना शरीर भी दान करके एक मिशाल पेश की है। चंदन नें 50 हजार से अधिक पौधों की नर्सरी तैयार की है, जिसमें 30 हजार जंगली पौधे बांज, खरसू , तेजपत्ता, पदम आदि जबकि 20 हजार फलदार पौधे लगाए गए हैं। चंदन नयाल अपनी मां के निधन के बाद से ही प्रकृति को ही अपनी मां और ईश्वर मानते हैं। उन्होंने पेड़ो के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया है और अपना शरीर भी हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया है। शरीर दान करने पीछे उद्देश्य है कि इस दुनिया से जाने के बाद उनकी खातिर एक छोटा सा पेड़ भी न कटे। चंदन नें विगत 10 सालों में 6 हजार से अधिक चाल खाल तैयार करके वर्षा के जल संग्रहण से सूखे जलस्रोत, पेड और जंगलो को नवजीवन दिया है।
ये है सुरेंद्र रावत!
जनपद चमोली के गोपेश्वर में निवासरत युवा पत्रकार सुरेंद्र रावत अंशु विगत 15 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। ग्राम ठेली पलेठी के मूल निवासी सुरेंद्र रावत अंशु 2009-2012 तक साधना न्यूज , 2012 से 2017 तक समाचार प्लस, 2017-2018 तक ज़ी न्यूज़, 2019-2020 तक आर 9, हिंदी खबर और 2021 से वर्तमान तक वे न्यूज स्टेट, एनडीटीवी में बतौर जनपद चमोली संवाददाता के रूप में कार्य कर रहें हैं इसके अलावा वे गढ़वाल हेरिटेज पाक्षिक समाचार पत्र के संपादक भी हैं। सामाजिक सरोकारों और पर्यावरण के क्षेत्र मे वे सदैव सहयोग करते है। सुरेंद्र रावत को जनपक्षीय पत्रकारिता के लिए उमेश डोभाल सम्मान 2013 और यूथ आइकॉन अवार्ड से 2014-15 से भी सम्मानित किया जा चुका है।
सोनिया मिश्रा!
बेहद छोटी उम्र में पत्रकारिता के क्षेत्र मे कदम रखने वाली सोनिया मिश्रा वर्तमान में न्यूज 18 डिजिटल की चमोली संवाददाता है। बेहद सीमित संसाधन और पहाड के साधारण परिवार से निकलकर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखना पहाड की इस बेटी के मजबूत इरादों को चरितार्थ करता है। सोनिया आज सीमांत की बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत है। सोनिया ने एक नयी कहावत गढी है कि पहाड की बेटियां भी लेखनी और कैमरे के जरिए अपनी पहचान बना सकती है।
हमारी ओर से भी विभिन्न क्षेत्रों पर्यावरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, साहित्य, सामाजिक व कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले हस्तियों को गौरा देवी सम्मान के लिए चयनित होने पर बहुत बहुत बधाई।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक