Uttarakhand Rainfall Update -: पहाड़ से मैदान तक बारिश का कहर…नौ लोगों की मौत, पांच लापता, केदारघाटी में भारी नुकसान…..

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पहाड़ से मैदान तक बारिश का कहर…नौ लोगों की मौत, पांच लापता, केदारघाटी में भारी नुकसान

प्रदेश में देर शाम को शुरू हुई बारिश ने तबाही मचा दी। रुद्रप्रयाग के लिंचोली और टिहरी के नौताड़ तोक में बादल फटने से नुकसान हुआ है। वहीं, अलग-अलग जगहों पर बारिश ने सात लोगों की जान ले ली।
उत्तराखंड में बुधवार को हुई भारी बारिश से कई जगह जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। अलग-अलग हादसों में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग लापता हैं, उनकी तलाश जारी है। उधर, केदारघाटी में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। टिहरी में तिलवाड़ा पुल बह गया है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी से भीमबली के बीच लिंचोली के पास बादल फटने से मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशाने से ऊपर पहुंच गया है।

सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने देर रात गौरीकुंड और सोनप्रयाग में बाजारों के साथ होट और लॉज को खाली करवा दिया। तप्तकुंड और केदारनाथ पैदल मार्ग को करीब
30 मीटर हिस्सा बह गया है। एहतियात के तौर पर 200 लोगों को जीएमवीएन के गेस्ट हाउस और पुलिस चौकी में ठहराया गया है। गौरीकुंड से सोनप्रयाग के बीच चट्टान रास्ते पर गिरने की भी सूचना है। उधर, टिहरी के घनसाली में भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में एक छोटा होटल ढहने से दंपती भानु व नीलम की मौत हो गई। जबकि गैरसैंण के रोहिड़ा में एक मकान पर मलबा गिरने से एक महिला की मौत हो गई। दूसरी ओर चमोली के बेलचोरी में मकान ढहने से दो लोग लापता हो गए हैं।
दून में एक की मौत, एक लापता
देहरादून शहर में बुधवार शाम से शुरू हुई तेज बारिश देर रात तक जारी रही। कुछ ही देर में नालापानी में सड़क पर पानी इतना तेज बहने लगा कि दो लोग बहकर लापता हो गए। जिनमें से एक का शव बरामद हो गया। वहीं, रिस्पना समेत शहर के नदी-नाले उफान पर आ गए। नदियों किनारे बसे निचले इलाकों में रात तक बाढ़ जैसे हालात बन गए। कई कॉलोनियों में पानी भर गया।कुमाऊं : दो बच्चे बहे, एक की मौत
कुमाऊं में भी बारिश से जानमाल का खासा नुकसान हुआ है। बागेश्वर जिले में शुभम (14) पुत्र संतोष सरयू में बह गया। हल्द्वानी के इंदिरानगर निवासी रिजवान(8) नाले में बह गया। धारी ब्लॉक के उडियारी पल्लाधार में पहाड़ी से पत्थर गिरने से लालराम (48) की मौत हो गई। इसके अलावा तीन लोगों को बहने से बचाया गया है।

रुड़की में करंट से दो की मौत
रोडवेज बस स्टेशन के पास बिजली के तारों से घिरे एक खंभे के नीचे पेड़ में बारिश के कारण अचानक करंट फैल गया। पेड़ के नीचे बस का इंतजार कर रहे सरोज निवासी कांवली रोड देहरादून और प्रदीप निवासी लंढौरा करंट की चपेट में आ गए। दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

लिंचोली में बादल फटने से खासा नुकसान हुआ है। एसडीएम अनिल कुमार के मुताबिक गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर जाने वाला पैदल मार्ग करीब 30 मीटर बह गया है। मंदाकिनी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। तप्तकुंड भी बह गया है। देर रात गौरीकुंड और सोनप्रयाग बाजार खाली करा लिए गए। 40 लोगों ने जीएमवीएन के गेस्ट हाउस में शरण ले ली है।
गौरीकुंड से सोनप्रयाग के बीच चट्टान रास्ते पर गिरने की भी सूचना है। उधर टिहरी के घनसाली में भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में एक मकान बहने से दंपती भानु व नीलम की मौत हो गई। रुड़की में बिजली के खंभे से पेड़ में करंट फैल गया। बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़े एक पुरुष और महिला की करंट लगने से मौत हो गई।

जागेश्वर में भारी बारिश से आपदा जैसे हालात बन गये। भारी बारिश से जागेश्वर धाम के पास सड़क और आसपास के क्षेत्रों में भारी मलबा आ गया। मलबे में दोपहिया वाहनों के दबे होने की सूचना हैं। मेला आयोजन के दौरान यहां लगाई गई कई अस्थायी दुकानों में भी मलबा आने से दुकानदारों को भारी नुकसान हुआ है। भारी बारिश से जटागंगा नदी में उफान आने के कारण भंडारास्थल को जोड़ने वाला पैदल पुलिया बह गई। जबकि कोटेश्वर में गोशाला जमींदोज हो गयी…… मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम विनीत तोमर व एसएसपी देवेंद्र पींचा ने मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया। श्रावणी मेले को देखते हुए डीएम विनीत तोमर में अलर्ट जारी कर अधिकारियों को मौके पर तैनात रहने के निर्देश दिए है…… डीएम विनीत तोमर ने कहा कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है। जिन भवनों व दुकानों को खतरा है उन्हें शिफ्ट किया जा रहा है। प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जायेगी….. बता दे कि जागेश्वर धाम में इन दिनों श्रावणी मेले का आयोजन चल रहा है। जिस कारण जागेश्वर में भक्तों की भारी भीड़ है। हर रोज भारी तादात में यहां श्रद्धालु पहुंच रहे है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा प्रदेश भर में कल रात हुई भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर जन-जीवन प्रभावित होने की सूचना प्राप्त हुई। रेस्क्यू टीमों द्वारा रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। स्थानीय प्रशासन से लगातार संपर्क में हूँ और प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ़ और एसडीआरएफ़ की टीमों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।*

*रामबाड़ा, भीमबली, जखनियाली व अन्य अधिक प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य संचालित किए जा रहे हैं। प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी बात करके वस्तुस्थिति की जानकारी ले रहा हूँ। स्थानीय प्रशासन को नुक़सान का आकलन कर त्वरित रूप से कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।*

*प्रत्येक प्रदेशवासी और अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, जिसके लिये हमारी पूरी टीम तत्परता के साथ कार्य कर रही है। आप सभी से अनुरोध है कि मौसम और परिस्थिति की जानकारी लेकर ही यात्रा करें।*

*राज्य में हुई भारी बारिश के दौरान SDRF उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा निम्नवत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाये गए एवं अनेक स्थानों पर टीम मौके पर रेस्क्यू कार्य कर रही है:-*

➡️ सतपुली: इंटर कॉलेज के पास मुख्य मार्ग पर गिरे पेड़ को हटाकर मार्ग सुचारू किया गया।

➡️ डीसीआर पौड़ी गढ़वाल: चीला बीन नदी में फंसे व्यक्ति को सुरक्षित निकाला गया, कोई जनहानि नहीं।

➡️ घनसाली: मुख्य मार्ग पर गिरे पेड़ को हटाकर मार्ग सुचारू किया गया।

➡️ घनसाली: गांव में बादल फटने से दो मृतक, एक घायल; टीम मौके पर।

➡️ गोचर: बेल चोरी में मकान गिरा, एक महिला का शव बरामद।

➡️ सरियापानी: चौखटिया द्वाराहाट में नदी का जलस्तर सामान्य, हल्की बारिश।

➡️ सहस्त्रधारा: रायपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के पास एक व्यक्ति के बहाने की सूचना पर सर्च आभियान

➡️ बूढ़ा केदार: थाती गांव से टीम सकुशल वापस, 3 घर खाली कराए गए।

➡️ लैंचोली: बादल फटने और लैंडस्लाइड की घटना; टीम रेस्क्यू अभियान में जुटी।

➡️ देहरादून: भोगपुर सोडा सरोली में गिरे पेड़ को हटाकर मार्ग सुचारू किया गया।

➡️ उजेली: बोन क्षेत्र में बाढ़, कोई जनहानि नहीं; स्थिति सामान्य।

➡️ देहरादून: जूडो के पास लैंडस्लाइड, एंबुलेंस फंसी; मार्ग खुला, एक घायल।

➡️ धुमाकोट: जाति गांव बाजरो में जलभराव, टीम रवाना।

➡️ केदारनाथ: जंगल चट्टी में फंसे लोग; टीम घटनास्थल हेतु रवाना।

➡️ मोरी: इंटर कॉलेज के पास गिरे पेड़ की सूचना पर टीम रवाना।

➡️ 01 टीम केदारनाथ पोस्ट से ओर 01 टीम लिनचौली से सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन करते हुए नीचे की ओर आ रही है, जबकि 01 एसडीआरएफ टीम सोनप्रयाग से पहाड़ी रास्तों से होते हुए ऊपर की ओर रेस्क्यू करने जा रही है।

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