सोशल मीडिया इन दिनों एक वीडियो चर्चा का विसय बना हुआ है वीडियो खूब तेजी से वायरल हो रहा है। इसके विषय में लोगों को बडी़ जिज्ञासा है।कि इसमें पहाड़ की जागर शैली के नृत्य में कुछ इस्लाम वेशधारी लोग नृत्य कर रहे हैं। यह नृत्य साधारण नहीं,देवता अवतरण वाला नृत्य यानी मंडांण है।
कुछ लोगों का कहना है कि टिहरी के लंबगांव (भरपूर) में यह मंडांण आयोजित हो रहा है। बताया जाता है कि नृत्य करने वाले सभी हिंदू हैं। यह भी बताया जा रहा है कि यह पीर का नृत्य है।
टिहरी पुलिस द्वारा खंडन
विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मण्डान नृत्य सम्बन्धी एक वीडियो प्रचारित है जिस पर कतिपय व्यक्तियों द्वारा भरपूर टिहरी गढ़वाल क्षेत्र में रूड़की से आये कुछ लोगों द्वारा पहाड़ों में पीर बाबा के नाम पर संस्कृति से खिलवाड़ करने सम्बन्धी उल्लेख किये जा रहे हैं।
इस सम्बन्ध में अवगत कराना है कि _हिमांशु_कलूड़ा नामक स्थानीय व्यक्ति द्वारा उक्त वीडियो को लगभग 06 माह पूर्व अपने यूट्यूब_चैनल पर प्रचारित किया गया था। श्री हिमांशु कलूड़ा द्वारा वीडियो से सम्बन्धित तथ्यों की वास्तविक स्थिति से अवगत कराते हुए एक खंडन वीडियो भी जारी किया गया है।
टिहरी पुलिस ने आप सभी से अनुरोध किया कृपया विभिन्न सोशल मीडिया सूचनाओं की वास्तविकता जानने का बाद ही उन्हे अग्रसारित करें।
आपको बता दें यह भी बता दे कि गढ़वाल में मुस्लिम वर्षों से रहते आ रहे हैं। उन्होंने यहाँ के अधिकांश रीति-रिवाज,भाषा,परंपराएं अंगीकार की हुई हैं। पता चला है कि रुद्प्रयाग जिले के डांगी गांव में मुस्लिम परिवार कई पीढ़ियों से रहते हैं। ये देवताओं को भी पूजते है,
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक