सम्मोहन कर ठगी करने के मामले में बाबा योगी प्रियव्रत की मुश्किलें बढ़ने वाली है देहरादून पुलिस ने कोर्ट में बाबा की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए आवेदन किया है,, बताते चले कि कोतवाली ऋषिकेश की टीम ने महिलाओं को सम्मोहन कर ठगी करने वाले बाबा योगी प्रियव्रत को अरेस्ट कर बाबा से लगभग 9 लाख के आभूषणों की बरामदगी की थी ,,,, बताया जा रहा है कि बाबा के ख़िलाफ़ हरियाणा में 3 मुकदमे दर्ज हैं और अन्य राज्यों में बाबा की जन्म कुंडली को खंगालने के लिए पुलिस ने अपनी तफ्तीश तेज कर दी है ।तीर्थनगरी में अध्यात्म के नाम पर ठगी करने वाले अनिमेश बाबा के रसूखदारों के साथ संबंध बताये जा रहे हैं. बीते एक हफ्ते से एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी लगातार बाबा के साथ दिखाई दे रहीं थीं. बताया जा रहा है कि ठगी में माहिर अनिमेश बाबा के केंद्र से लेकर राज्य के कई नेताओं से सीधे संबंध हैं. अनिमेश बाबा के खिलाफ अवैध वसूली और ब्लैकमेलिंग के कई मामले दर्ज हैं. अब रसूखदारों से संबंध की जानकारी के बाद ये मामला हाईप्रोफाइल हो गया है.ऋषिकेश में पकड़े गए बाबा योगी प्रियव्रत अनिमेश को शायद उत्तराखंड पुलिस छोटा मोटा बाबा ही समझ रही थी, मगर जब उसकी गिरफ्तारी हुई तो मालूम चला कि बाबा का आपराधिक रिकॉर्ड पुराना है. उत्तराखंड पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक बाबा के दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा जैसे राज्यों में कई अवैध ठिकाने हैं. इतना ही नहीं सोने के आभूषणों से लदा रहने वाले बाबा अनिमेश के खिलाफ हरियाणा में कई थानों में गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं.
इतना ही नहीं बाबा की कई किताबें भी हैं, जिनके विमोचन में कई बड़े चेहरे देखे गये हैं. दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में बाबा कई लोगों से अपनी किताब का विमोचन करवा चुका है. बाबा ने बीते दिनों कोविड-19 महामारी को भगाने के लिए ऋषिकेश में एक चर्चित यज्ञ भी किया था. इतना ही नहीं साल 2021 के कुंभ में यह बाबा बड़े-बड़े मंचों पर भी देखा गया था.
कैसे पकड़ा गया बाबा कोतवाली पुलिस के मुताबिक, गढ़वाल ज्वेलर्स के मालिक हितेंद्र पंवार ने शिकायत देकर बताया कि उनकी पत्नी को मानसिक दिक्कत है. साल 2019 में वह खुद को योगी बताने वाले प्रियव्रत अनिमेश निवासी आजादनगर पानीपत हरियाणा के संपर्क में आई. आरोप है कि प्रियव्रत ने अलग-अलग तारीख में पत्नी को कई दवा दी. सम्मोहित कर सोने का ब्रेसलेट, सोने की माला, चार अंगूठी और नकदी उससे ठग ली. दुकान पर सामान का मिलान करने पर इसका पता चला ।
प्रियव्रत अनिमेश लंबे समय से ऋषिकेश में ही रह रहा है. इतना ही नहीं बाबा ने साल 2021 से कुंभ में जूना अखाड़ा के साथ गंगा स्नान भी किया. हालांकि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि महाराज इसे पहचानने से इनकार कर रहे हैं. बहरहाल. महिला की शिकायत के बाद ऋषिकेश पुलिस ने बाबा को गिरफ्तार कर लिया है. उस पर आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, ऋषिकेश पुलिस अब बाबा के अन्य ठिकानों पर जाकर कार्रवाई करने में जुट गई है ।
ऋषिकेश से पकड़े गये हाई प्रोफाइल बाबा का अपराधिक इतिहास काफी पुराना है, ऐसे मे बाबा आध्यात्म के नाम बड़ी बड़ी घटना को अंजाम दे रहे है। अब देखना यह होगा की इस हाई प्रोफाइल बाबा पर उत्तराखंड पुलिस किस तरीके से कार्रवाही करती है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक