आवश्यक सूचना
तोताघाटी में रोड अत्यंत क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके अलावा भी देवप्रयाग से तोताघाटी तक कई स्थानों पर रोड पर मलवा /बोल्डर गिरे है। वर्तमान में यह राष्ट्रीय राजमार्ग/ तोता घाटी मार्ग पूर्णतः बंद है, कृपया अनावश्यक यात्रा से बचें।नरेंद्रनगर मार्ग भी अतिवृष्टि के कारण क्षतिग्रस्त है।वर्तमान में मात्र चम्बा-धनौल्टी-सुवाखोली-मसूरी मार्ग खुला है जिसके संकरे होने के कारण यातायात का दबाव बना हुआ है।रात्रिकालीन आवाजाही समस्त मार्गों पर पूर्णतः वर्जित है।
उत्तराखण्ड में लगातार हो रही बारिश से पहाड़ों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक जनजीवन प्रभावित हुआ है। बारिश से नदियां उफान पर हैं और पर्वतीय क्षेत्रों में जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है जिससे कई सड़कें बाधित हैं। कुछ पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। इससे कई इलाकों का संपर्क बाहरी दुनिया से कट चुका है। राज्य सरकार ने ऐसे मार्गों पर अगले आदेश तक आवाजाही रोकने के निर्देश दिये हैं। । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेंगे। उनका कहना है कि सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में लगातार राहत पहुंचाई जा रही है। बारिश के कारण गढ़वाल मंडल के कुछ जिलो में जाने के लिए प्रमुख मार्ग को बन्द कर दिया गया है। टिहरी आने जाने के लिए रूट डायवर्ट किया गया है। डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने लोगों से बेवजह यात्रा न करने की अपील की है। नैनीताल जिले में भी भारी बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। हल्द्वानी-ज्योलिकोट- अल्मोड़ा नेशनल हाईवे पर भूस्खलन से हाईवे का आधा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके बाद यातायात को बंद कर दिया गया है। इस कारण वाहनों का रूट डायवर्ट किया गया है। उधर लगातार बारिश के कारण लालकुआं में रेलवे ट्रैक के साथ-साथ स्टेशन ट्रैक जलमग्न हो चुके हैं। इससे कई ट्रेनों का संचालन ठप हो गया है। सबसे ज्यादा असर काशीपुर से बरेली जाने वाले रेलवे ट्रैक पर पड़ा है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक