गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग गंगनानी में हादसे की अपडेट
11 जून 2024 को रात्रि करीब 9 बजे गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक यात्री वाहन UK 06 PA 1218(बस) गंगोत्री धाम से वापस उत्तरकाशी की ओर आते समय स्थान गंगानानी के पास अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से 15-20 मीटर नीचे गिरने से दुर्घटनाग्रस्त हुई है। जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, अर्पण यदुवंशी के नेतृत्व में पुलिस, SDRF, NDRF, राजस्व व अन्य आपदा मोचन दलों द्वारा तुरन्त मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान चलाते हुये घायलों को उपचार हेतु अस्पताल पहुँचाया गया। यात्री बस में वाहन चालक व परिचालक सहित कुल 29 लोग(12 महिला, 15 पुरुष व 2 बालिका) सवार थे। दुर्घटना में 14 लोग सामान्य घायल, 12 गम्भीर घायल तथा 3 महिला तीर्थंयात्रियों की मृत्यु हुयी है। 1 तीर्थयात्री (महिला) की घटना स्थल पर मृत्यु हुई है,जबकि 2 को अस्पताल में मृत घोषित किया गया। घायलों को उपचार हेतु प्राथामिक स्वास्थ्य केन्द्र भटवाडी में लाकर प्राथामिक उपचार के पश्चात जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में लाया गया है। जिला चिकित्सालय में कुल 12 गम्भीर घायलों को हायर सेन्टर एम्स ऋषिकेश/ दून अस्पताल दून में रेफर किया गया है। यह सब यात्री दिल्ली महाराष्ट्र हल्द्वानी के थे मृतक के शवों को जिला चिकित्सालय मॉर्चरी में रखा गया है। पंचायतनामा / पोस्टमार्टम आदि की कार्यवाही की जा रही है।
बस के ब्रेक नहीं लगे इसलिए हुआ हादसा, घायल यात्रियों ने बताई दुर्घटना की यही वजह
एसपी अर्पण यदुवंशी ने जब घायल यात्रियों से हादसे का कारण पूछा तो उनका कुछ यही कहना था। यात्रियों ने बताया कि बस चढ़ाई पर पिकअप नहीं बना पा रही थी। फिर अचानक बस के ब्रेक नहीं लगे और हादसा हो गया।
गंगनानी में बस के खाई में गिरने का कारण उसके ब्रेक नहीं लगना था। एसपी अर्पण यदुवंशी ने जब घायल यात्रियों से हादसे का कारण पूछा तो उनका कुछ यही कहना था। यात्रियों ने बताया कि बस चढ़ाई पर पिकअप नहीं बना पा रही थी। फिर अचानक बस के ब्रेक नहीं लगे और हादसा हो गया।
एसपी अर्पण यदुवंशी गंगनानी हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटवाड़ी में भर्ती लालकुंआ निवासी मोहन चंद्र पांडेय व रुद्रपुर निवासी भूपेंद्र सिंह हादसे का कारण पूछा तो दोनों ने आपबीती सुनाई। ड्राइवर के कैबिन में बैठे लालकुंआ निवासी मोहन चंद्र पांडेय ने बताया कि बस चढ़ाई पर पिकअप नहीं बना पा रही थी।
उन्होंने बस चालक को बस की गति धीमी कर पिकअप बनाने के लिए कहा था, उतराई के बाद अचानक चढ़ाई आई तो ब्रेक नहीं लगे। भूपेंद्र सिंह ने भी बस के ब्रेक नहीं लगने को हादसे की वजह बताया। एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि जिन यात्रियों से उन्होंने बात की उन्होंने ब्रेक नहीं लगने को ही हादसे का कारण बताया है। लेकिन हादसे की असल वजह तो जांच के बाद ही पता चलेगी।
पेड़ पर नहीं अटकती बस तो होतीं ज्यादा मौतें
गंगनानी में हुए हादसे में बस पेड़ पर नहीं अटकती तो ज्यादा मौतें होतीं। बस के पेड़ पर अटकने से एक घंटे तक यात्रियों की जान हलक में अटकी रही। हालांकि बाद में तीन महिला यात्रियों की मौत हो गई। लेकिन अन्य 24 को बचा लिया गया। 15 से 20 मीटर खाई में लुढ़कने के बाद एक पेड़ पर बस उल्टा अटक गई, जिससे वह गहरी खाई और भागीरथी नदी में गिरने से बच गई। मंगलवार के दिन यह पेड़ एक तरह से यात्रियों के लिए संकटमोचक सिद्ध हुआ। हादसे की सूचना पर बाद में रेस्क्यू टीमों ने रेस्क्यू शुरू कर बस में फंसे घायलों को खिड़कियों से बाहर निकाला।
गौरतलब है कि गंगोत्री से उत्तरकाशी जा रही यात्रियों से भरी बस मंगलवार रात गंगनानी के पास हादसे का शिकार हो गई थी। बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। हादसा होते ही यात्रियों में चीख पुकार मच गई। लेकिन ये किसी चमत्कार से कम नहीं था कि बस खाई में गिरते ही पेड़ पर अटक गई।
पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि हादसा रात करीब नौ बजे हुआ। हादसे के बाद सूचना मिलते ही गंगनानी चौकी इंचार्ज हरिमोहन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। साथ ही 108 एंबुलेंस की टीम भी मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। बस(संख्या UK 06 PA 1218) ऊधमसिंह नगर की थी।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक