देहरादून। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के पूर्व लाइजनिंग अफसर सुरेंद्र पाल नेगी एक बार फिर सुर्खियों में,हालांकि इस बार वह सुर्खियों की वजह 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर है,कि कहीं वह विधानसभा चुनाव को प्रभावित न करें।
दरअसल सुरेंद्र पाल सिंह लोक निर्माण विभाग में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत है,और उनकी ड्यूटी विधानसभा चुनाव 2022 में लगा दी गयी है,जिसको लेकर नेता प्रतिपक्ष करण माहरा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है,और विधानसभा चुनाव को प्रभावित की जाने की संभावनाओं को देखते हुए सुरेंद्र पाल नेगी को इलेक्शन से दूर रखें जाने की मांग । दरअसल सुरेंद्र पाल नेगी गोपेश्वर में लोक निर्माण विभाग में अपर अभियंता के पद पर कार्यरत है। जिनकी शिकायत चुनाव ड्यूटी में न लगाए जाने को लेकर नेता उप प्रतिपक्ष ने की है,नेता उप प्रतिपक्ष करन माहरा का कहना है सुरेंद्र पाल नेगी शिक्षा मंत्री वह एक भाजपा नेता के साथ संबंध थे, जिसके इनके द्वारा भाजपा के पक्ष में मतदान को प्रभावित किए जाने की संभावना है। पंचायत चुनाव में भी सुरेंद्र पाल पर चुनाव प्रभावित किए जाने के आरोप है,जिसको देखते हुए 2022 के विधानसभा चुनाव में पूर्णता इलेक्शन से दूर रखे जाने की मांग वह करते हैं। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के लाइजनिंग अवसर के रूप में काम करती हुई भी सुरेंद्र पाल नेगी तब विवादों में आ गए थे जब उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारी को थप्पड़ मारने और देख लेने तक की धमकी दी थी जिसके बाद से उन्हें लोक निर्माण विभाग ने जहां सस्पेंड कर दिया था वहीं शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने भी उनसे दूरी बना ली थी। हालांकि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर वह सुर्खियों में है और इस बार उन पर चुनाव प्रभावित किए जाने के आरोप लगाएंगे,ऐसे में देखना यह होगा कि आखिर निर्वाचन आयोग उनको 2022 के विधानसभा चुनाव में ड्यूटी से दूर रखता है या फिर नेता उप प्रतिपक्ष की शिकायत के बाद भी उनकी ड्यूटी निर्वाचन में जारी रखी जाती है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक