कांग्रेस मुख्यालय में आज कैम्प फायर के साथ-साथ सरसों का साग, मक्की, मंडुवा की रोटी व दूध-गुड के साथ कांग्रेस नेताओं ने तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूक मारने वाले देवस्थानम बोर्ड की समाप्ति पर भजन कीर्तन कर चुनावी रणनीति का जश्न के साथ आगाज किया।
इस अवसर पर बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राज्य की उत्तराखण्डियत की पहचान मंडुवा, गन्ना व शिल्प हमारी परम्परागत आर्थिकी का आधार हैं। यदि हमें अपनी उत्तराखण्डियत को बनाये रखना है तो अपने स्थानीय उत्पाद, शिल्प, व्यंजन, परिधान हमारे रोजगार के अवसर व पलायन रोकने में महत्वपूर्ण आधार रहे हैं। इनको बचाये रखने के लिए हमें निरंतर कार्य करना होगा। हमारी खेती-किसानी को भी इनसे मजबूती मिलेगी। आज मैं आप सब कार्यकर्ताओं के बीच में आत्मबल प्राप्त कर उत्तराखण्डियत के लिए संघर्ष करने को समर्पित करता हूं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्डियत के लिए हमारी लडाई जारी रहेगी। हमे जनता तक उत्तराखण्डियत के संदेश को पहुंचाना है। गैरसैण की भावना को भी बनाये रखना है।
प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि आज का ये कैम्प फायर उत्तराखण्डियत को समर्पित है और शीत ऋतु के आगमन का प्रारम्भ हम इस कैम्प फायर के माध्यम से कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं की गर्मजोशी और कैम्प फायर की यह गरमी कांग्रेस पार्टी को मजबूत आधार देगी। हमारे कार्यकर्ता इस गरमी से प्राप्त ऊर्जा को प्राप्त कर उत्तराखण्ड विरोधी ताकतों से लोहा लेने को तैयार हो गये हैं। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता ऊर्जावान होकर गांव-गांव शहर-शहर तक मंहगाई, बेरोजगारी, पलायन जैसी समस्याओं से जनता को राहत दिलाने तथा प्रदेश में कांग्रेस की सरकार लाने को तैयार हैं।
सहप्रभारी दीपिका पाण्डेय सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं को इस कैम्प फायर की बधाई दी तथा कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के उमंग और जोश को देख कर लग गया है कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस पार्टी पूरे बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक