आपदा प्रभावित क्षेत्र रेणी तपोवन में राहत, बचाव और खोज अभियान जिला प्रशासन की देखरेख में लगातार जारी है। आर्मी, एनएडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम लापता एवं टनल में फंसे लोगों को निकालने के लिए दिन-रात जुटी है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि आपदा मे लापता 206 लोगों मे से अभी तक 36 लोगों के शव नदी किनारे विभिन्न स्थानों से बरामद हुए है। आपदा में 36 लोगो के शव और 2 लोगों के जिन्दा मिलने के बाद अब 168 लोग लापता चल रहे है जिनकी तलाश जारी है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देश पर रेणी और तपोवन की आपदा मे मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख की सहायता राशि वितरण शुरू कर दिया गया है।। आपदा मे मृतक गाडी गांव निवासी बलवीर सिंह, बैनोली निवासी मनोज चौधरी व तपोवन निवासी नरेन्द्र लाल के परिजनों के खाते में आज राहत राशि भेजी गई।
इस दौरान गढवाल आयुक्त रविनाथ रमन एवं जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने तपोवन मे प्रेस कान्फ्रेंस कर राहत एवं बचाव कार्यो के बारे मीडिया को विस्तृत जानकारी दी। गढवाल आयुक्त ने तपोवन टनल मे रेस्क्यू कार्यो की जानकारी देते हुए बताया कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद टनल के अंदर से मलवा निकालने का काम लगातार जारी है और रेस्क्यू मे लगे लोगों की सुरक्षा को ध्यान मे रखकर कार्य किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने राहत एवं बचाव कार्यो की जानकारी देते हुए बताया कि लापता लोगों की सूची पहले ही जारी कर दी गई है। जिसमें से 36 लोगो के शव मिले है। नियमानुसार 72 घंटे के बाद शवों का अंतिम संस्कार आज से शुरू किया गया है।
आगे जिलाधिकारी ने पुनः दोहराया कि आपदा से प्रभावित सभी 13 गांवों मे पहले दिन से ही हैली से राहत सामग्री पहुचायी जा रही है। क्षेत्र मे 4 मेडिकल टीम की तैनाती की गई है जो विभिन्न जगहो पर कैंप लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे है। बीमार और गर्भवती महिलाओं को भी हैली सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि मैरिन कमांडो की एक टुकडी के माध्यम से श्रीनगर डैम के आसपास खोजबीन करायी जा रही है। इसके अतिरिक्त एसडीआरएफ को रेणी तपोवन के अतिरिक्त अलकनंदा व धौलीगंगा किनारे सर्च आपरेशन मे लगाया गया है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक