गरुड़ (बागेश्वर)। हरि नगरी ग्राम में देवी माँ जागरण की धूम मची है। आज समापन के दिन हजार से अधिक भक्तों ने देवी को अवतार होते देखा। हरि नगरी में सौपाती देखने हर रोज कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के ग्रामीण पहुचे,
देवभूमि उत्तराखंड की पावन धरती में मां-नंदादेवी पूजन कार्यक्रम की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इन दिनों यहां ढ़नाण-ताल में चल रहे पारंपरिक मां-नंदादेवी पूजन मेले में धार्मिक आस्था का अटूट संगम देखने को मिल रहा है। सोमवार को ढ़नाण गांव में मां-नंदा के प्रतीक स्वरूप कदली वृक्ष को भावपूर्ण माहौल में विदा करने की रस्म निभाई गई।
कत्यूर से जगरिये बुलाने की परंपरा
यूं तो मां नंदादेवी पूजन मेले में देवी गीत गांवों के लोग गाते हैं, लेकिन परंपरा के अनुसार देवी जागर के लिए कत्यूर घाटी से जगरिए पहुंचते हैं। सृष्टि की रचना से लेकर गौरा को मायके से कैलाश तक भेजे जाने तक देवी आह्वान गीत गाते हैं।
भूपाल गड़िया ने बताया कि सोमवार रात मवई, पप्या, ग्वालदम और सिरकोट ग्राम अन्य गाँव से लोग देवी के दर्शन करने आये,
पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, पूर्व जिला पंचायत उपाध्याक्ष देवेंद्र परिहार, रंजीत दास, विधायक प्रत्याशी प्रकाश कोहली किसान प्रकोष्ठ अध्यक्ष जिला अध्यक्ष बसंत नेगी लक्ष्मण आर्य भूपाल सिंह गरिया सभी भक्तों ने मां भगवती के मंदिर हरिनगरी मैं सौपाती पूजा मे मां भगवती का आशिर्वाद लिया, वही कुलाऊँ गांव के युवा भूपाल गड़िया ने सफल आयोजन के लिए मेला कमेटी हरिनगरी के सभी आयोजक मण्डली को सफल आयोजन की बधाई शुभकामनाएं दी…
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक