उत्तराखंड में स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए 26 स्कूलों को राज्य स्तरीय स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने शिक्षा निदेशालय में आयोजित कार्यक्रम में ओवरऑल श्रेणी में 20 और उप श्रेणी में छह स्कूलों को पुरस्कृत किया।
वही बागेश्वर जिले के काफलीगैर तहसील इंटर कॉलेजों व प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी चल रही है। पूरे क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है। नाराज ग्राम प्रधानों व अभिभावकों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। जल्द समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
https://youtu.be/CwuTnqxla14 दी। इस आशय का एक ज्ञापन सीईओ को सौंपा। विभिन्न गांवों के ग्राम प्रधान, अभिभावक तथा ग्रामीण मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि काफलीगैर क्षेत्र के विद्यालयों में शिक्षकों भारी कमी चल रही है। इससे बच्चों के मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है। बच्चों की कक्षाएं बदल तो रही हैं, लेकिन बौद्धिक विकास नहीं हो रहा है। कई बार विभाग को शिक्षक देने की मांग कर दी है, लेकिन समस्या आज भी जस की तस बनी है। राइंका काफलीगैर में प्रवक्ता संस्कृत, अर्थशास्त्र, राजनैतिक विज्ञान, इतिहास व एलटी गणित के पद रिक्त हैं। भवन भी खस्ताहाल है। यहां 338 छात्र संख्या है। इसी तरह राइंका सैंज में प्रधाचार्य, प्रवक्ता विज्ञान, अर्थशास्त्र, संस्कृत, इतिहास, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, एलटी अंग्रेजी के पद रिक्त हैं। यहां छात्रसंख्या 171 है। इसी तरह प्रावि मटेना, छौना, पासदेव, ओखलीसिरौद में भी शिक्षकों की भारी कही है। लोगों ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर जल्द रिक्त पद भरने की मांग की है। मांग करने वालों में ग्राम प्रधान कमला देवी, महेश प्रसाद, विमला देवी, मुन्नी देवी, हंसा रौतेला आदि शामिल हैं।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक