बीते 6 सिंतबर को मुख्यमंत्री की ड्यूटी के दौरान पुलिस में तैनात जवान कमल गोस्वामी, ने ये कविता तब लिखी जब उमस भरी गर्मी में अचानक एक छोटे से बच्चे पर पड़ी।
जो बहुत ही सुन्दर व कोमल था, तथा अपने मां व पिता के साथ भरी गर्मी में अपने कोमल हाथों में पानी की बोतल लिए नन्हे क़दमों से उनके कदम से कदम मिलाकर चल रहा था।
ड्यूटी समाप्त होते ही उस बच्चे के ऊपर कुछ लाइनें स्वरचित पंक्तियों को लिखा गया।
आरक्षी कमल गोस्वामी,
कोतवाली अल्मोड़ा।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक