अनुभवी #सुपारी_किलर के रहस्योद्घाटन, मुख्यमंत्री की टिप्पणी के बाद अब दो पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉ. निशंक और त्रिवेंद्र ने उस षड्यंत्र की आग जहां जल रही है उसके निकट तक पहुंच चुके हैं, उनको सिर्फ इंतजार है स्पीकर महोदया के एक्शन का और मेरे विचार में भी इसमें सदन की एक कमेटी तो बननी चाहिए जिसमें विपक्ष को भी शामिल किया जाना चाहिए। सदन में कहा है तो केवल खुफिया एजेंसियों पर क्यों निर्भर रहा जाए! जैसा मुख्यमंत्री जी ने कहा है। स्पीकर महोदया बकअप! दो पूर्व मुख्यमंत्रियों ने ललकारा है। मैं भी आपसे अनुरोध कर रहा हूं कि एक कमेटी गठित करिए।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक