हर रोज की तरह चार लोग त्रिलोक सिंह दीवान राम पुरन सिंह करन आर्य अपने काम पर निकले और शाम को घर वापस नही लौट पाते, जानते है क्यो, क्योकि विनसर में जो आग लगी है,अल्मोड़ा जनपद के अंदर ये आग बुझाने के लिए जा रहे थे और अपने गाड़ी सहित चारों लोग जिंदा जल गए, ये चारों लोग अब कभी वापस तो नहीं आ सकते हैं…
जिन लोगों ने ये आग लगाई है, जिन्होंने ऐसा घिनौना काम किया है उनको तो कठोर से कठोर सजा मिलनी ही चाहिए, लेकिन उन अधिकारियों की भी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए जिनके ऊपर जिम्मेदारी होती है,
ऐसे अधिकारियों की जवाब देही तो बनती ही है, और इसे जवाब मांगे जाने चाहिए अगर जवाब सटीक नहीं मिला आपको लगता है अगर जवाब में यह आपके गोल-गोल घुमा रहे हैं, तो ऐसे अधिकारियों को पनिशमेंट भी मिलनी चाहिए, विभाग और विभागीय मंत्री को ये भी पता नही होगा किसी भी राज्य को राज्य के लिए उसके जल, जमीन, और जंगल सबसे महत्वपूर्ण होते हैं…
देहरादून जगहों जगहों पर बड़े-बड़े होर्डिंग बैनर लगाने से कुछ नही होता साहब, अग्नि की रोकथाम जन जन जागरूकता कैसे करते है आपको पता ही नही है…..
Narendra Pimoli
अल्मोड़ा से बड़ी खबर
जंगल की आग की चपेट में आने से 4 लोगों जिंदा जले
फारेस्ट गार्ड समेत 4 वनकर्मियों की मौत
बिनसर सेंचुरी की है घटना
ड्राइवर समेत 4 लोग आग में बुरी तरह झुलसे
आग की चपेट में आने से वन विभाग का बोलेरा वाहन जला
डीएफओ सिविल सोयम प्रभाग ध्रुव मर्तोलिया ने घटना की पुष्टि की
गुरुवार को अल्मोड़ा जिले में स्थित बिंसर अभ्यारण के जंगल में अज्ञात लोगों द्वारा आग लगा दी गई। आग लगने की सूचना वन विभाग की टीम को मिली और वह आग बुझाने के लिए मौके की ओर रवाना हुई। मौके पर पहुंचने के बाद फायर वाचर और पीआरडी के जवान आग बुझाने की रणनीति बना ही रहे थे कि जंगल की आग ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया। फायर वाचरों और पीआरडी के जवानों ने आग से बचने की काफी कोशिश की। लेकिन वह आग की लपटों से अपने आप को बचा नहीं पाए। वनाग्नि की इस घटना में आग बुझाने गए वन बीट अधिकारी बिंसर रेंज त्रिलोक सिंह मेहता (40 )पुत्र नारायण सिंह, निवासी उडलगांव बाड़ेछीना, दैनिक श्रमिक दीवान राम (35) पुत्र पदी राम, निवासी ग्राम सौड़ा, कपड़खान, फायर वाचर करन आर्या (21) साल पुत्र बिशन राम निवासी कफड़खान और पीआरडी जवान पूरन सिंह (50) साल पुत्र दीवान सिंह निवासी ग्राम कलौन की मौके पर ही मौत हो गई
बिंसर की घटना पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जताया दुख
अल्मोड़ा में एक बड़ा हादसा हो गया। बिनसर सेंचुरी के अंदर जंगल मे आग बुझाने गये चार लोगों की आग की चपेट में आने से मौत हो गयी। जबकि चार लोग गम्भीर रूप से झुलस गये। हादसे में वन विभाग का वाहन भी जल गया। गंभीर रूप से झुलसे चार घायलों को बेस अस्पताल लाया गया। जहां पर इनका इलाज किया जा रहा है। डॉक्टर के मुताबिक आग की चपेट में आये एक व्यक्ति 80% चल चुका है। जबकि अन्य 3 लोग 45% तक झूलस चुके हैं। मृतको में फॉरेस्ट गार्ड, पीआरडी जवान व 2 फायर वाचर शामिल हैं।
*बिन्सर वन्यजीव विहार, अल्मोड़ा के सिविल सोयम वनप्रभाग में वनाग्नि से 4 वनकर्मियों की मृत्यु पर मुख्यमंत्री ने प्रकट किया गहरा दुःख*
*-घटना में झुलसे चार अन्य वनकर्मियों को तत्काल एयरलिफ्ट कर हल्द्वानी बेस अस्पताल में भर्ती कराने के दिये निर्देश*
*मृतक वनकर्मियों के परिजनों को 10 लाख रुपए की अनुग्रह धनराशि दिए जाने के मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश*
बिन्सर वन्यजीव विहार में वनाग्नि से 4 वनकर्मियों की मृत्यु पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुःख प्रकट किया है। उन्होंने इस घटना में झुलसे चार अन्य वनकर्मियों को तत्काल हल्द्वानी बेस अस्पताल में एयरलिफ्ट किये जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना बेहद हृदयविदारक है और दुःख की इस घड़ी में पूरी उत्तराखंड सरकार वनकर्मियों के परिजनों के साथ खड़ी है। उन्होंने इस हादसे में झुलसकर घायल होने वाले चार वन्य कर्मियों को तत्काल हल्द्वानी बेस अस्पताल में एयरलिफ्ट करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। गंभीर घायलों को आवश्यकतानुसार उपचार हेतु हल्द्वानी से एम्स ऋषिकेश एयरलिफ्ट करने के भी निर्देश मुख्यमंत्री धामी ने दिए।
इसके साथ-साथ मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए की अनुग्रह धनराशि दिए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री धामी के द्वारा दिए गए।
मुख्यमंत्री के विशेष सचिव श्री पराग मधुकर धकाते ने बताया कि घटना पर शासन पूरी नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार घायल कर्मियों को एयरलिफ्ट कर हल्द्वानी अस्पताल लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मृतकों का आज ही पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है ।
विदित हो कि यह दुर्घटना आज दोपहर में 3.30 बजे के करीब बिन्सर वन्यजीव विहार, अल्मोड़ा के सिविल सोयम वनप्रभाग में घटित हुई। बताया गया कि बोलेरो वाहन में 8 वनकर्मी सवार थे। वनाग्नि से बोलेरो वाहन में सवार 4 वनकर्मियों की आग में झुलसने से मृत्यु एवं 4 अन्य वनकर्मीयों के आग से झुलसने से घायल होने की सूचना प्राप्त हुई
वनाग्नि की घटनाओं में अल्मोड़ा जिले में अब तक 9 की मौत
फायर सीजन के दौरान वनाग्नि की घटनाओं में अभी तक सबसे अधिक मौत अल्मोड़ा जिले में हुई है। पूर्व में 3 मई को स्यूनराकोट में दो पुरुष और दो महिलाएं जो आपस में पति पत्नी थे उनकी जलकर दर्दनाक मौत हो गई थी। जबकि सोमेश्वर के खाईकट्टा में 16 मई को आग बुझाने एक ग्रामीण की भी जंगल की आग के चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई थी। अल्मोड़ा जिले में वनाग्नि की घटना में मरने वाले लोगों की संख्या मिलाकर अब नौ का आंकड़ा पार कर गई है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक