दिल्ली से आ रही है बड़ी खबरें
ये तमाम होने वाले मंत्री पीएम आवास पहुंचे
केंद्र में मोदी सरकार की स्थापना को पांच सांसद देने वाले उत्तराखंड को प्रधानमंत्री Narendra Modi ने निराश नहीं किया है। उत्तराखंड से युवा सांसद अजय टम्टा को केंद्रीय कैबिनेट में जगह देकर भी भाजपा ने बड़ा संदेश दिया है। टम्टा के जरिए भाजपा ने जातीय संतुलन संभालने का काम किया है। इसके जरिए भाजपा ने साफ कर दिया है कि वो दलित पिछड़ा वोट बैंक को किसी भी सूरत में फिसलने नहीं देना चाहती। टम्टा को सीएम Pushkar Singh Dhami के करीबी होने का भी बड़ा लाभ मिला है।
मौजूदा समय में उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी कुमाऊं मंडल से आते हैं। पांच में से दो सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत और रानी राज लक्ष्मी भी ठाकुर हैं। सीएम ठाकुर होने के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ब्राह्मण हैं। इसके अलावा सांसद अजय भट्ट और अनिल बलूनी भी ब्राह्मण हैं। राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी ओबीसी वर्ग से हैं। उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट में भी सतपाल महाराज, धन सिंह रावत ठाकुर हैं। सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, सौरभ बहुगुणा ब्राह्मण हैं। रेखा आर्य दलित समाज से आती हैं। प्रेमचंद अग्रवाल वैश्य समाज से हैं। स्पीकर ऋतु खंडूड़ी भी ब्राह्मण हैं। इस लिहाज से अजय टम्टा को केंद्रीय कैबिनेट में स्थान देकर भाजपा ने बड़ा जातीय संतुलन साधा है। इसके साथ ही दलित समाज को साथ रखने को बड़ा संदेश दिया है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों हरिद्वार में जिस तरह भाजपा को दलित वोटों का नुकसान हुआ है, उसे साथ जोड़े रखने को भाजपा ने सीमांत जिले से आने वाले अजय टम्टा को केंद्रीय कैबिनेट में स्थान दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड पर खासा फोकस रहता है। पीएम मोदी के आदि कैलाश यात्रा से जिस तरह सीमांत जिले में रौनक लौटी है, उसे देखते हुए भी अजय टम्टा को मंत्री बनाए जाने के बड़े मायने हैं। उत्तराखंड पीएम मोदी के लिए कितना खास है, उसे इस बात से भी समझा जा सकता है कि गठबंधन सरकार होने के बावजूद उत्तराखंड को कैबिनेट में जगह दी गई है।
अबकी बार लोकसभा चुनाव में सीएम पुष्कर सिंह धामी पर प्रचार का बड़ा जिम्मा था। न सिर्फ उत्तराखंड, बल्कि देश भर के तमाम राज्यों में सीएम धामी ने धुंआधार प्रचार किया। इन अधिकतर सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों ने जीत भी दर्ज की। उत्तराखंड में भी पांचों लोकसभा सीटें जीतने के पीछे भी सीएम के आक्रामक प्रचार अभियान को एक बड़ी वजह माना जा रहा है। अजय टम्टा को भी सीएम धामी के करीबी होने का भी लाभ मिलता दिख रहा है।
यह भी सच है कि इस लोकसभा चुनाव में भाजपा भले ही पांचों सीटें जीती हो, लेकिन दो लोकसभा सीट पर भाजपा को वोट बैंक का नुकसान हुआ है। गढ़वाल सीट पर भाजपा को करीब दो लाख और हरिद्वार सीट पर भी भाजपा को पौने दो लाख वोटों का नुकसान हुआ है। वोट बैंक का ये नुकसान आगे चल कर बड़ा न हो, इसके लिए उत्तराखंड को केंद्रीय कैबिनेट में जगह दी गई है।
नरेंद्र मोदी आज तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने वाले हैं. इसके लिए आज शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया है. आयोजन से पहले अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उन सांसदों के पास फोन आने का सिलसिला शुरू हो गया है, जिन्हें मंत्री पद की शपथ लेना है.
सूत्रों के मुताबिक अब तक राजनाथ सिंह से लेकर जीतन राम मांझी, एचडी कुमारस्वामी, चिराग पासवान, जयंत चौधरी और अनुप्रिया पटेल के पास भी फोन पहुंच चुका है. आइए आपको बताते हैं कि अब तक कितने सांसदों के पास मंत्री पद की शपथ के लिए फोन गया है.
राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, गजेंद्र शेखावत, नित्यान्द राय, गिरिराज सिंह, धर्मेंद्र प्रधान, पियूष गोयल, अश्वनी वैष्णव, निर्मला सीतारमण,जितेंद्र सिंह, जयंत चौधरी,
अनुप्रिया पटेल, जीतन राम माझी
ललन सिंह, रामनाथ ठाकुर
अनुप्रिया पटेल, अन्नपूर्णा देवी
शिवराज चौहान, मनोहर लाल खटटर
ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, हरदीप पूरी, जी किशन रेड्डी,
राव इंद्रजीत, शोभा करंदलाजे, बी संजय कुमार, मनसुख मण्डविया, बी एल वर्मा, रक्षा खड़से, चिराग पासवान
किरेन रिजजू, रवनीत बिट्टू, HD कुमार स्वामी
अर्जुन मेघवाल, अजय टम्टा
उत्तराखंड से अभी तक अजय टमटा को मौका मिल रहा हैं, अनुसूचित जाति सीट से जीतकर आते हैं अजय टम्टा मोदी सरकार में राज्य मंत्री रह चुके हैं अजय टम्टा
कई पुराने चेहरों की हो सकती है वापसी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछली सरकार में मंत्री रहे अमित शाह, राजनाथ सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, पीयूष गोयल, नितिन गडकरी, धर्मेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण, जी किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर, मनसुख मंडाविया और अश्विनी वैष्णव इस बार भी कैबिनेट में नजर आएंगे। साथ ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को केंद्र में बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा है। ऐसे में उन्हें भी कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है। इनके अलावा गठबंधन के तहत जीतन राम मांझी, रालोद प्रमुख जयंत चौधरी, अपना दल (सोनेलाल) की नेता अनुप्रिया पटेल, जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी को भी मंत्री बनाया जा सकता है। लोजपा (रामविलास) के नेता चिराग पासवान को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक