सिडकुल श्रमिक संयुक्त मोर्चा अध्यक्ष दिनेश तिवारी के नेतृत्व में पीडीपीएल मजदूर यूनियन के नेता एसडीएम महोदय से मिले व ज्ञापन सौंपकर समाज ऑटोमोटिव फैक्टरी द्वारा निकाले गए गैर कानूनी तरीके से निकाले गए 41 स्थायी श्रमिकों को बहाल करने की मांग की.
इस दौरान अपनी बात रखते हुए संयुक्त श्रमिक मोर्चा अध्यक्ष दिनेश तिवारी ने उप जिलाधिकारी महोदय को बताया कि पीडीपीएल फैक्ट्री के मालिक ने 1 अप्रैल से फैक्ट्री बेच दी व नये मालिक ने “समाज आटोमोटिव” के नाम से कंपनी का नाम रख दिया और 20 दिनों तक पुराने स्थाई व अस्थाई श्रमिकों से कार्य कराया. लेकिन 21 अप्रैल से 41 स्थाई मजदूरों को काम पर आने से रोक दिया. 21 अप्रैल को जब एएलसी महोदय के समक्ष विवाद उठा तो नए मालिक, पुराने मालिक और श्रमिकों की त्रिपक्षीय वार्ता में नए मालिक ने कबूल किया कि प्रशासनिक स्तर पर फैक्ट्री संचालन के लिए लाइसेंस और कब्जा लेने की कानूनी प्रक्रिया को पूर्ण नही किया गया है और ठेके के अनट्रेंड मजदूरों से निरंतर भारी मशीनों पर काम लिया जा रहा है . जोकि गैरकानूनी है.
उप जिला अधिकारी महोदय ने बात को गंभीरता से लेते हुए फोन पर एएलसी महोदय और सिडकुल फैक्ट्री कार्यालय से श्रमिक नेताओं के कथनों पर समाज आटोमोटिव फैक्ट्री के संचालन की प्रक्रिया की स्थिति जानी तो दोनों अधिकारीगण ने सहमति जताई कि समाज आटोमोटिव द्वारा कारखाना संचालन व कब्जा लेने की प्रक्रिया पूर्ण नहीं की गई है. जिस पर गंभीरता से व्यवहार करते हुए उप जिलाधिकारी महोदय ने सिडकुल चौकी इंचार्ज पंकज कुमार को फोन करके समाज आटोमोटिव कारखाने के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए.
पीडीपीएल वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष प्रकाश सिंह चिलवाल ने गैरकानूनी तरीके से निकाले गए 41 स्थाई श्रमिकों के हितों और रोजगार को सुरक्षित करने की मांग जिलाधिकारी महोदय से की.
ज्ञापन देने वालों में दिनेश तिवारी , भाकपा (माले) जिला सचिव ललित मटियाली, यूनियन अध्यक्ष प्रकाश सिंह चिलवाल, अरविंद वर्मा, जयशंकर ,जयपाल सिंह , नरेंद्र चौहान , उपेंद्र आदि लोग मौजूद थे।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक