दून में खाकी का एक नया ही चेहरा सामने आया है। उत्तराखंड पुलिस को मित्र पुलिस कहा जाता है लेकिन बुधवार को मित्र पुलिस का अमित्रता भरा चेहरा सामने आया है जिसके बाद आज दून एसएसपी ने सिपाही पर कड़ा एक्शन लिया है और उसे निलंबित कर दिया है। मामला आईएसबीटी का है।
अमित का आरोप है वह चौकी इंचार्ज ने सुभाष और संजय के साथ गलत व्यवहार किया। और बताया कि शरद के सिर में कई टांके लगे हैं।इसके बाद उन्होंने डीजीपी अशोक कुमार से इसकी शिकायत की। डीजीपी के निर्देश पर एसएसपी ने पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी प्रदीप राणा को तत्काल मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। इंस्पेक्टर राणा ने बताया कि सिपाही अमित तोमर के साथ उसके परिचित अनुज त्यागी निवासी सिंघल मंडी व एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अनुज को गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार टर्नर रोड स्थित आसिमा विहार में रहने वाले अमित वर्मा ने पुलिस को तहरीर दी और शिकायत की कि उनके भाई शरद वर्मा की आइएसबीटी में कंफेक्शनरी की दुकान है। अमित वर्मा का आरोप है कि आइएसबीटी पुलिस चौकी में तैनात सिपाही अमित तोमर अक्सर उनके भाई से शराब मंगवाता था और उसके पैसे नहीं देता था। इसके अलावा उनकी दुकान से सोडा और अन्य खाने-पीने की चीजें भी पैसे दिए बगैर लेता था। बुधवार शाम को सिपाही दो अन्य व्यक्तियों के साथ दुकान पर पहुंचा और शरद से शराब मांगी। शरद ने शराब नहीं होने की बात कही तो वह भड़क गया।इस पर सिपाही और शरद के बीच विवाद हो गया। इसी दौरान सिपाही और उसके साथियों ने शरद के सिर पर खाली बोतल मार दी। इससे शरद का सिर फट गया। इस घटना के बाद आइएसबीटी चौकी से कुछ पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और लहूलुहान हालत में शरद को चौकी ले आए। यह सूचना शरद के परिचित सुभाष बालियान और संजय राठौर को मिली तो वह चौकी पहुंचे।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक