एक झपकी और लगा लाशों का ढेर: बार-बार मुंह धोकर गाड़ी चलाता रहा दिलशाद, मान जाता ये बात तो न जलतीं दस चिताएं
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी थाना गोला गोकर्णनाथ के मोहल्ला तीर्थ निवासी संजीव शुक्ला अपने परिवार और रिश्तेदारों को लेकर सोमवार की शाम पिकअप से हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए गए थे। गाड़ी गोला इलाके के ही गांव दत्तेली का दिलशाद चला रहा था। वहां से सभी बुधवार शाम को लौट रहे थे। सुबह चार बजे जब पिकअप गजरौला थाना क्षेत्र में असम हाईवे पर पर पहुंची तो दिलशाद को झपकी आ गई और गाड़ी अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई।
गंगा स्नान कर बृहस्पतिवार सुबह पिकअप में हरिद्वार से लखीमपुर खीरी के गोला लौट रहे एक ही परिवार के दस लोगों की जान पर चालक की झपकी भारी पड़ गई। सुबह करीब चार बजे गजरौला थाना क्षेत्र में असम हाईवे पर पिकअप पेड़ से टकरा गई। हादसे में तीन महिलाओं व चार बच्चों समेत परिवार के दस लोगों और खुद चालक की भी मौत हो गई। हादसे में छह लोग घायल भी हुए हैं। घायल कृष्णपाल ने बताया कि बरेली से पीलीभीत के बीच रात दो बजे भी चालक को झपकी आ गई थी। इससे पिकअप डिवाइडर से टकरा गई। इसके बाद मना करने के बावजूद वह रुका नहीं और मुंह धोकर गाड़ी चलाता रहा।
इससे संजीव की मां सरला देवी (55), पुत्र हर्ष (12), पुत्री खुशी (दो) बड़े भाई श्यामसुंदर शुक्ला (40), छोटे भाई कृष्णपाल की पत्नी रचना (27), भतीजे शशांक (11) व आनंद (चार) और चालक दिलशाद (35) की मौके पर ही मौत हो गई। संजीव की पत्नी लक्ष्मी (28) और पिता लालमन शुक्ला (60) ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक