सच कहते हैं कि किस्मत का लिखा कोई नहीं टाल सकता है. ऐसा ही एक वाकया सामने आया, जब हाथों में मेहंदी लगाकर अपने सुनहरे जीवन की आस में दुल्हन बैठी थी,
छिंदवाड़ा के बुधवारी बाजार में रहने वाली 29 वर्षीय युवती मेघा पिता प्रमोद महादेव काले की कल पुणे से बारात आने वाली थी. शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थी. दुल्हन को हल्दी और मेहंदी भी लग चुकी थी. सारे मेहमान आ चुके थे. हंसी खुशी का माहौल था. परिजन और मेहमान शादी की खुशियां मना रहे थे.
भोजन के दौरान दुल्हन मेघा के गले में ढोकले का टुकड़ा फंस गया. उसे तत्काल स्थानीय आनंद हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. ऐसे में जिस दुल्हन को घर से डोली में विदा होना था, उसे आज अर्थी पर घर पर जाना पड़ा. बेटी की शादी के अरमान सजाए हुए परिजन को अपनी दुल्हन बनी बेटी को मुखाग्नि देनी पड़ी. एक पल पहले जहां घर में हर तरफ खुशी का माहौल था, वह मातम में बदल गया.
डोली की जगह उठी अर्थी: खाने के दौरान दुल्हन के गले में फंसा ढोकला, हो गई मौत, मातम में बदली खुशियां
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक