चंपावत जिले में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश के चलते बेलखेत का झूला पुल टूट गया था। इस कारण क्वैराला नदी को पार कर सैकड़ों बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहा हैं।
चंपावत जिले में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश के चलते बेलखेत का झूला पुल टूट गया था। इस कारण क्वैराला नदी को पार कर सैकड़ों बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहा हैं। प्राथमिक स्कूल सहित इंटर कॉलेज, डिग्री कॉलेज तक जाने के लिए झुलापुल ही एकमात्र सहारा था। जिला प्रशासन की ओर से जल्द वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होती है तो दो-चार दिन में गांव में खाने-पीने सहित अन्य प्रकार की समस्याएं भी होने लगेंगी।
जिला मुख्यालय की 34 किमी दूर बेलखेत में झूलापुल बहने से सैकड़ों बच्चों के लिए स्कूला जाना मुश्किल हो गया है। सोमवार आठ जुलाई को भारी बारिश और क्वैराला नदी के ऊफान से झूलापुल बह गया था। इसके बहने से क्षेत्रवासियों का संपर्क पूरी तरह दुनिया से कट गया। ग्रामीण गांव में तो हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही प्रशासन उनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था करेगा। मार्ग बंद होने के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
जल्द वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होती है तो गांव के लोग खाने-पीने की वस्तुओं के लिए भी तरस जाएंगे। इधर, प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता एमसी पलड़िया ने बताया कि बेलखेत गांव को दुधौरी से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही वहां से लोगों को जोड़कर वैकल्पिक व्यवस्था के माध्यम से उन्हें मुख्य मार्ग तक पहुंचाया जाएगा।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक