कुमाऊं से एक्सक्लूसिव खबर -: कुमाऊँ में यहाँ फटा बादल, दो महिलाओं की हुईं मौत, धर्मशाल भी हुई जमींदोज, कई जगहों पर सड़कें बंद…..

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चंपावत में फटा बादल, दो महिलाओं की मौत, धर्मशाल भी हुई जमींदोज, कई जगहों पर हाईवे भी बहा,
भारी बारिश और बादल फटने से पिथौरागढ़ में आपदा: एक बुजुर्ग महिला की दुखद मृत्यु, पुलिस रेस्क्यू टीम की सराहनीय कार्रवाई

पिथौरागढ़ ग्राम गढ़कोट, पोस्ट बिसाड़, जिला पिथौरागढ़ में बादल फटने की घटना के बाद जनपद पुलिस की टीमों ने त्वरित और समर्पित कार्य किया। इस आपदा में 72 वर्षीय देवकी देवी पत्नी स्व. पूरन चंद्र उपाध्याय की दुखद मृत्यु हो गई। डायल 112 पर सूचना प्राप्त होते ही एसपी
रेखा यादव* के मार्गदर्शन में स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, और फायर ब्रिगेड की टीमों ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया।

सीओ परवेज अली के पर्यवेक्षण में एसएचओ कोतवाली पिथौरागढ़ ललित मोहन जोशी के नेतृत्व में एसआई बसंत पंत व अन्य पुलिस फोर्स, एसडीआरएफ और फायर सर्विस की टीमों ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद अथक प्रयास किए और मलवा में फंसे शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेजा। मलवे के लगातार गिरने और बारिश के कारण रेस्क्यू कार्य में मुश्किलें आईं, लेकिन टीमों ने साहस और धैर्य का परिचय दिया और बचाव अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

घटना के समय मृतका के साथ घर में उनका पोता प्रियांशु, बेटा मनोज चंद्र उपाध्याय और बहू चंद्रकला उपाध्याय मौजूद थे, जो इस आपदा से सकुशल बच गए। हालांकि, मकान के पास स्थित गोठ में बंधी दो गायें और दो बछड़े इस आपदा में दब गए।

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पुलिस, एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमों ने जिस तत्परता, साहस और समर्पण से कार्य किया, वह अत्यधिक सराहनीय है। उनकी इस बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा के कारण परिवार के अन्य सदस्यों की जान बचाई जा सकी। प्रशासन लगातार क्षेत्र में निगरानी बनाए हुए है और बचाव कार्य में किसी भी तरह की कमी न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा है।

मटियानी में फटा बादल: दरअसल, उत्तराखंड के कई जिलों में पहले ही मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था, जो सही साबित हुआ. चंपावत जिले में गुरुवार से ही मूसलाधार बारिश हो रही है. शुक्रवार को चंपावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र में नेपाल सीमा के पास मटियानी में बादल फटने से पानी का सैलाब आ गया. इस सैलाब की चपेट में आने से महिला की मौत हो गई. वहीं दो लोग मामूली रूप से घायल हो गए.

चंपावत: उत्तराखंड में मॉनसून अपने आखिरी समय में है, लेकिन बारिश का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है. चंपावत जिले से बादल फटने की सूचना मिली है. इस आपदा में दो महिलाओं की मौत और दो लोग मामूली रूप से घायल हुए है. एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट ने इसकी पुष्टि की है.

60 साल की महिला की मौत:

एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट ने बादल फटने की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि लोहाघाट ब्लॉक के मटियानी में बादल फट गया था, जिस कारण इलाके में लैंडस्लाइड हुआ. पहले सूचना मिली थी कि लैंडस्लाइड की चपेट में पांच लोग आए है, लेकिन बाद में पता चला कि दो बच्चों पहले ही कही सुरक्षित स्थान पर चल गए थे. वहीं दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था. दोनों को हल्की चोटें ही आई थी. वहीं, एक महिला का कुछ पता नहीं चल पा रहा था, लेकिन शाम तक महिला का शव भी मिल गया. मृतक महिला की शिनाख्त 60 वर्षीय शांति देवी के रूप में हुई है.

गौशाला की दीवार गिरने से महिला की मौत:

एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट के मुताबिक ढोरजा में भी गौशाला की दीवार ढह गई थी. दीवार के नीचे आने से माधवी देवी (55) पत्नी पीतांबर भट्ट की मौत हो गई. एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट ने फोन पर ये जानकारी को दी है.
दो मंजिला धर्मशाला गिरी: इसके अलावा भारी बारिश के कारण चंपावत जिले के भिंगराडा में भी दो मंजिला धर्मशाला भारी बारिश में ढह कर खाई में गिर गई. राहत की बात ये है कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ.
इसके अलावा आमोडी डिग्री कॉलेज भी पूरी तरह से कोइराला नदी की चपेट गया. इस इलाके में करीब 6 मकान भूस्खलन की वजह से जमींदोज हो गए हैं. भारी बारिश के चलते कई गांव में बिजली पानी की सप्लाई भी पूरी तरह से ठप्प है. वहीं टनकपुर-पिथौरागढ़ मार्ग पर कई जगह पर टूटा हुआ है. यहां पर करीब 30 मीटर रास्ता बह गया है. जिसके कारण यात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं. जिनको निकालने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के निर्देश दिए हैं.

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