देहरादून प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता करते हुए हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने देवभूमि के आध्यात्मिक स्वरूप बिगड़ने पर चिंता प्रकट की, उन्होंने कहा निरंतर देव भूमि के स्वरूप को बिगड़ने में नेताओं की उदासीनता प्रमुख कारण है महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि जी महाराज ने कहा देवभूमि के आध्यात्मिक स्वरूप को बचाने के लिए उत्तराखंड के संत चिंतित हैं उत्तराखंड में निरंतर लब जिहाद, लैंड जिहाद, धर्म परिवर्तन सीमाओं पर देशद्रोही गतिविधियां आदि पटनाएं निरंतर बढ़ रही हैं देवभूमि के शांतिप्रिय स्वरूप को बिगाड़ने का निरंतर प्रयास हो रहा है जिसका परिणाम हल्द्वानी में दंगा होना तथा अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर देशद्रोही एवं जिहादी गतिविधियों का बढ़ना देवभूमि के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। जिसके कारण संतों ने अनेकों मीटिंग की समस्या के समाधान पर चर्चाएं हुई। चर्चाओं में निष्कर्ष निकाला उत्तराखंड को बचाने के लिए उत्तराखंड में मजबूत सक्रिय, तुष्टिकरण रहित, सनातन परंपरा युक्त संत नेतृत्व की आवश्यकता है।
पत्रकार वार्ता में उपस्थित भारत साधु समाज के अध्यक्ष बाबा हठयोगी ने कहा देवभूमि बचाना संतों का प्रथम धर्म है देवभूमि बचाने के लिए देवभूमि का द्वार हरिद्वार संसदीय क्षेत्र का नेतृत्व भारतीय सनातन संस्कृति का स्थानीय संत करे। उत्तराखंड के सभी संतो की तथा उत्तराखंड वासियों की प्रबल इच्छा एवं आकांक्षा है कि देवभूमि को तथा उसके आध्यात्मिक एवं धार्मिक स्वरूप को बचाया जाना अति आवश्यक है बाबा हठयोगी जी ने आगे कहा देवभूमि के वास्तविक स्वरूप को बचाने के लिए कोई स्थानीय संघर्षशील सनातनी, जनता की पीढ़ा को महसूस करने वाले संत को भारतीय जनता पार्टी हरिद्वार लोकसभा का प्रत्याशी बनाए जो संसद में सांसद बनकर उत्तराखंड की आवाज को बुलंद कर सके। तथा देवभूमि के स्वरूप को बचा सके एवं बढ़ते हुए लब जिहाद, लैंड जिहाद तथा देशद्रोही गतिविधियां को रोका रोका जा सके।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक