फूलदेई स्पेशल
गुरु केवल वह नहीं जो हमें कक्षा में पढ़ाते हैं बल्कि हर वो व्यक्ति जिससे हम सीखते हैं वह हमारा गुरु है।
अपने काम की वजह से अलग पहचान रखने वाली शिक्षिका नमिता सुयाल ने आज अपने स्कूल में नन्हे बच्चों को फूलदेई के बारे में बताया, उन्होंने स्कूल के बच्चों के साथ मिलकर पारंपरिक त्योहार को मनाना सीखाया,उन्होंने इसे फेसबुक के एक पोस्ट के जरिए साझा किया. सोशल मीडिया उनके काम को काफी सराहा गया.




रौशनी बनकर आये जो हमारी जिंदगी में
ऐसे गुरुओ को मैं प्रणाम करता हूँ
जमीन से आसमान तक पहुंचाने का जो रखते हैं हुनर
ऐसे Teachers को मैं दिल से सलाम करता हूँ।। “gkवार्ता”
ओखलकांडा में फुलदेही पर्व की जानकारी बच्चो को पिछले साल तक पता नही था ।गत वर्ष बच्चो ने अपने स्कूल में फुलदेही पर्व मनाया ।इस बार बच्चो में पहले से हर्षोउल्लास था ।इस बार ये पर्व रा उ प्रा वि इलाइजर ,प्रा वि साल ,प्रा वि झड़गाव तल्ला और प्रा वि झड़गाव मल्ला में भव्य तरीके से बच्चो के द्वारा मनाया गया ।अच्छा लगा आज कि पिछली बार एक छोटी सी पहल से बच्चो ने एक पारंपरिक त्योहार को मनाना सीखा ।और इनमें सहयोग सभी स्कूल के अद्यापक अद्यपिकाओ ने बच्चो को इस त्योहार के बारे में बताकर किया ।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक