सिरकोट में स्टोन क्रेशर खुलने की चर्चा से ग्रामीण हुए आक्रोशित,धरना-प्रदर्शन की दी चेतावनी, क्रेशर खुला तो न्यायालय की शरण लेंगे ग्रामीण
गरुड़। विकासखंड के सिरकोट में स्टोन क्रेशर खुलने की चर्चा के बीच ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त किया है। ग्रामीणों ने कहा कि सिरकाेट की शांत वादियों में स्टोन क्रेशर कतई नही खुलने दिया जाएगा। ग्रामीणों ने शासन – प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि स्टोन क्रेशर को मंजूरी दी जाती है तो धरना, प्रदर्शन किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर न्यायालय की शरण ली जाएगी। दरअसल गरुड़ क्षेत्र के आपराधिक छवि के तत्वों द्वारा कुछ सफेदपोशो को साथ लेकर सिरकोट में स्टोन क्रेशर खोलने के लिए पत्रावली तैयार की जा रही है। पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम से चर्चाओं में आए प्रसिद्ध पर्यावरण प्रेमी जगदीश कुनियाल ने कहा कि सिरकोट में क्रेशर खुलने की चर्चा से ग्रामीण अक्रोशित है। कहा कि सिरकोट 13 जिले 13 डेस्टिनेशन में प्रस्तावित है। सिरकोट में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए हिमालय दर्शन प्वाइंट समेत योगा कैंप बनने चाहिए,पर्यटकों की आवाजाही होगी तो पलायन रुकेगा। क्रेशर खुलने से क्षेत्र में ध्वनि,पर्यावरण प्रदूषण होगा, जिससे ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो जाएगा। कहा कि पर्यावरण बचाने के लिए लंबे समय से कार्य कर रहे है। उनके कार्यों की प्रशंसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मन की बात कार्यक्रम में कर चुके है। एक तरफ पर्यावरण प्रेमी जल, जंगल बचाने के लिए कार्य कर रहे हैं दूसरी ओर आपराधिक छवि के माफिया निजी स्वार्थ के चलते आमजनता के जीवन को खतरे में डालने का प्रयास कर रहे हैं। कहा कि क्रेशर खुलने से सिरकोट के पर्यावरण, प्राकृतिक जल स्त्रोतों पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। ग्रामीण विनोद देवराडी, लक्ष्मीदत्त सती,कमला सनवाल आदि ने दो टूक कहा कि क्रेशर कतई नही खुलने दिया जाएगा। उन्होंने शासन-प्रशासन से जनाक्रोश को देखते हुए तत्काल क्रेशर खुलने की पत्रावली को निरस्त करने की मांग की है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक