●नरेंद्र पिमोली कुलाऊँ●
कोट भ्रामरी मंदिर में होली का समागम हुआ। कत्यूर क्षेत्र के करीब 40से अधिक गांवों से होल्यार मंदिर में उमड़े। उन्होंने मां भ्रामरी को अबीर गुलाल अर्पित किया। उनकी स्तुति में होली गायन किया। इससे पूर्व होल्यारों ने बैजनाथ धाम में भी होली गायन किया।
होली पर्व पर हर साल कोट भ्रामरी मंदिर में क्षेत्र के ग्रामीण संयुक्त रूप से होली गायन करते हैं। गुरुवार को कौलाग, रतमटिया, लौबांज, पाये, दर्शानी, भेटा, सिल्ली, मटेना, जिनखोला, कमलेख, पाटली, पुरड़ा, सिमार, मटे, तिलसारी, मन्यूड़ा, कल्यूली, वज्यूला, अणां, मवई सहित क्षेत्र के करीब पचास गांवों के होलियां एकत्र हुई। डंगोली बाजार से होल्यार समूह बनाकर नाचते गाते मंदिर तक पहुंचे। इस दौरान सभी गांवों के डांगरों ने अपनी टोली का नेतृत्व किया। मंदिर में मां की स्तुति के बाद होली गायन का शुभारंभ हुआ। ढोलक की थाप पर होल्यारों ने संयुक्त रुप से अंबा के भवन बिराजे होली.., देवी के थान.. सहित अन्य होलियां गाई।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक