फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध एसटीएफ उत्तराखण्ड ने कसी कमर
मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के निर्देशो के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगी करने वालो पर सख्ती कार्यवाही कर पुलिस महानिदेशक द्वारा राज्य के इनामी अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिये गये है।
वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है, जिस क्रम में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन व एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा आम जनमानस को जागरुक एवं साईबर अपराधियों की धरपकड़ की जा रही है। इसी क्रम में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन द्वारा विभिन्न प्रकार के साईबर अपराधों में पैनी नज़र रखी जा रही है। इसी क्रम में लूनिया मोहल्ला निकट कालिका मन्दिर देहरादून निवासी के साथ करीब 17 लाख रुपये की ऑनलाईन लोन एप के माध्यम से साईबर ठगी हुई*, जिसका संज्ञान साईबर क्राईम पुलिस द्वारा लिया गया जिसमें प्रथम दृष्टया साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन की जांच में पाया कि *भारत सरकार के NCRP पोर्टल पर भी फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी* का शिकार हुए पीड़ितों की विभिन्न शिकायतें प्राप्त हुई ।
इसी क्रम में *साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन द्वारा मु0अ0सं0 29/2022 लगभग 15 धारांओं में पंजीकृत किया गया* है । विभिन्न लोन एप की शिकायतों को जोड़कर लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही प्रचलित है, उक्त अभियोग की *विवेचना के लिए विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें टीम द्वारा अनुमानित 75-80 फर्जी लोन एप को बन्द कराने हेतु कार्यवाही प्रचलन में लायी जा चुकी है साथ ही फर्जी लोन के नाम पर SMS का प्रयोग कर लगभग 70 SMS HEADER को चिन्हित कर इनके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए सम्पूर्ण भारत वर्ष में बन्द करवाने* का प्रयास प्रारम्भ किया जा चुका है, इस प्रक्रीया में अनुमानित कई करोड़ SMS ब्लॉक किये जाएंगे। विदित हो कि *इससे पूर्व भी प्रचलित फर्जी वैबसाईट व अन्तराष्ट्रीय फर्जी वैबसाईट के माध्यम से धोखाधड़ी करने के अभियोग के सम्बन्ध में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून द्वारा 6 करोड़ SMS ब्लॉक* किये गये थे ।
*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टॉस्क फोर्स उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल द्वारा जनता से अपील की है कि आप किसी भी गैर पंजीकृत संस्था से लोन ना लें व फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी हुए पीड़ितों द्वारा अधिक से अधिक शिकायतें दर्ज कराएं व मिलकर ऐसे अपराध को रोकने में पुलिस का सहयोग करें । कोई भी वित्तीय साइबर धोखाधड़ी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाईन 1930 या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें ।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक