पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने फेसबुक पर शेयर की 52 यादवो की लिस्ट कहा कुछ खोजी लोगों ने 20 ऐसी सूचियां मेरे पास भेजी हैं, जिनमें से दो सूचियों को मैं आपके संज्ञानार्थ अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट कर रहा हूं। पिछले पांच-छह साल में ऐसी सैकड़ों नियुक्तियां हुई हैं जो नियुक्तियां नहीं हो सकती हैं। स्पष्ट तौर पर उत्तराखंड के लोगों का हक मारकर के प्रभावशाली लोगों ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके अपने निकटस्थ व परिवार के लोगों की नियुक्तियां की हैं। उसी तरीके से किस प्रकार से ठेके दिलवाए गए हैं, जिसमें पीडब्ल्यूडी, इरीगेशन, यूपीसीएल और यदि विभागों के अंदर साज-सज्जा सामान खरीद आदि के ठेके हैं, वह सारी लिस्टें यदि संज्ञान में आ जाएं तो किस तरीके से पिछले 6 सालों के अंदर उत्तराखंड लूटा है या लूटवाया गया है, उसकी एक तस्वीर आपके सामने आ जाएगी और मैं उम्मीद कर रहा हूं कि कुछ और खोजी लोग और गहराई तक जाकर सत्य को उजागर करेंगे।
निर्माण वाले विभागों में एनुअल टर्नओवर के नाम पर हमारे लोग ठेकेदार नहीं, किटकनदार बनकर रह गए हैं। हमारे जमीनों पर रिजॉर्ट बन रहे हैं, हम चौकीदार बन रहे हैं। सरकारी विभागों में पद खाली हो रहे हैं, अस्थाई नियुक्तियों के नाम पर गैर हकदार लोगों को नियुक्तियां दे दी जा रही हैं।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक