उत्तराखंड के जाने-माने कलाकार नवीन सेमवाल का हृदय गति रुकने से देहरादून में निधन हो गया है बताते चले की नवीन सेमवाल कुछ समय से हृदय रोग से पीड़ित थे। इन्हें गढ़वाल के प्रसिद्ध लोकगायक के रूप में माना जाता था मेरी बामणी जैसे कही गाने इनके सुपरहिट रहे थे। व कोरोना काल मे इन्होंने गढ़वाली फ़िल्म के माध्यम से कोरोना के रोकथाम व भेदभाव कम करने के लिए पूरे उत्तराखंड में एक नई अलख जगाई थी। इनके अचानक जाने के बाद पूरे उत्तराखंड में शौक की लहर दौड़ी हैं।
कुमाऊं हो या गढ़वाल। नवीन सेमवाल ने हमेशा संस्कृतिप्रेमियों के दिलों पर राज किया। सैकड़ों मंच पर उन्होंने उत्तराखंड की लोक संस्कृति को पहचान और सम्मान दिलाया। उनके निधन से उत्तराखंड के संगीत जगत को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई कर पाना मुश्किल है। उनकी खनकती आवाज लंबे समय तक संगीत प्रेमियों के कानों में गूंजती रहेगी। नवीन सेमवाल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उत्तराखंड के प्रमुख कलाकारों ने उनको अश्रुपूरित विदाई दी। आज सुबह-सुबह दुखद समाचार मिला कि हमारे लोकप्रिय लोकगायक रचनाकार नवीन सेमवाल का निधन हो गया है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक