भारत साक्षर कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायतों में निरक्षरों को साक्षर करने के लिए शिक्षा प्रेरकों की नियुक्ति 2009 का 2010 में की गई थी, लेकिन अब केंद्र सरकार की ओर से साक्षर कार्यक्रम 2017 में बंद कर दिया है जिसके तहत कार्यक्रम से जुड़े शिक्षा प्रेरक बेरोजगार हो गए है ,आपको बता दे इस कार्यक्रम के तहत शिक्षा प्रेरको को केंद्र सरकार की ओर से 2 हजार रुपए ओर राज्य सरकार की ओर से एक हजार रुपए दिए जा रहे थे, लेकिन अब सब बेरोजगार हो गए ऐसे में सेकड़ो की संख्या में पहुँचे शिक्षा प्रेरको ने परेड ग्राउंड पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बुद्धि सुधि यज्ञ करते हुए समायोजन की मांग की ओर मान देय बढ़ाने की मांग की ।
शिक्षा प्रेरक संगठन अध्यक्ष सुनीता पंवार ने बताया सरकार के तरफ से उनको आश्वासन मिला है सरकार आपकी 30 नवंबर तक कुछ इंतजाम करें, आश्वासन के बाद उन्होंने धरना स्थगित कर दिया
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक