बागेश्वर के धपोलसेरा गाँव में इक्कीस हाथ लम्बा छिलके का गट्ठा (मशाल) लेकर धौलिनाग मन्दिर में प्रस्थान करते श्रद्धालु। मान्यता यह है कि एक समय था जब नागों की भूमि धौलिनाग मन्दिर क्षेत्र में आगज़नी हुई और नागों के जीवन पर संकट मंडराने लगा तो तब धपोलासेरा की जनता को आवाज़ लगी थी उस आवाज़ के बाद सभी गाँव वाले मिलकर इक्कीस हाथ लम्बा छिलके का रांख (मशाल) जलाकर मदद करने को गये। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने बताया तब से आज तक हर साल यह परम्परा के रूप में मनाया जाने लगा। आज इस अवसर पर मुझे भी प्रतिभाग करने अवसर प्राप्त हुवा। हे धौलिनाग देवता सबकी रक्षा करना।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक