नरेंद्र पिमोली देहरादून
इस मासूम कटड़े को उसकी माँ से अलग कर दूर किसी जंगल में बाघ स्यार व अन्य ख़तरनाक जंगली जानवरों का निवाला बनने के लिये एक खूँटे से बाँध दिया गया है , और ये काम हमारे पहाड़ की किसी औरत द्वारा किया गया है ख़ुद एक माँ होते हुये भी कैसे कोई इतनी पत्थर दिल हो सकती है ?
गढ़वाली कुमााउनी वार्ता भी आप लोगो से गुज़ारिश। करता है जानवरों के हितों के लिये काम करने वाली संस्थाओं व सरकार से कि वो इसका संज्ञान ले तथा ऐसा कृत्य कर रही औरतों के ख़िलाफ़ शख़्त से भी शख़्त करवाई कर समाज के सामने एक नज़ीर पेश करे .
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक