फ्री-रीचार्ज के नाम पर हो रही ऑनलाइन ठगी
अगर आपके मोबाइल या व्हॉट्सएप ग्रुप पर तीन माह के फ्री-रीचार्ज का मेसेज आए तो उसके झांसे में न आएं। यह मेसेज बल्कि साइबर ठगों का है। मेसेज में भेजे गए लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल का डटा लीक हो जाएगा, जिसका दुरुपयोग किया जा सकता है। साइबर सेल में अब तक ऐसी तीन शिकायतें आ चुकी हैं, जिनमें उन्होंने लिंक क्लिक करते हो मोबाइल के हैंग होने की बात कही है। साथ ही 50 से अधिक लोग मेसेज की पुष्टि के लिए भी साइबर सेल आ चुके हैं।
लिंक क्लिक टेलीकॉम किया तो चोरी हो
कंपनियों का नहीं, जाएगा डाटा
सोशल मीडिया पर एक मेसेज तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कहा गया है कि भारत सरकार ने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए तीन माह के फ्री-रीचार्ज की स्कीम निकाली है। अगर किसी के पास जिओ, एयरटेल और वीआई का सिम है तो वह फ्री-रीचार्ज योजना का लाभ ले सकता है। इतना ही नहीं, मेसेज में यह भी कहा गया है कि फ्री-रीचार्ज का यह ऑफर सिर्फ 15 अगस्त तक है। इसके बाद उपभोक्ताओं को लाभ नहीं मिलेगा। साइबर सेल के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के फर्जी मेसेज के झांसे में न आएं। ठग मोबाइल का डाटा चुराने के लिए मेसेज के साथ लिंक भेज रहे हैं।
एक ही सीरीज के नंबरों का ग्रुप बनाकर भेजे जा रहे मेसेज साइबर ठग फ्री-रीचार्ज का फर्जी मेसेज भेजने के लिए नया तरीका अपनाया है। इसके लिए एक ही सीरीज के मोबाइल नंबरों का व्हॉट्सएप ग्रुप बनाकर मेसेज डाला जा रहा है। बीते एक सप्ताह में 13 से व्हॉट्सएप ग्रुप सामने आ चुके हैं।
3 Months Free Recharge
Offer
भारत सरकार द्वारा बच्चों के Online पढ़ाई के लिए सभी भारतीय यूजर्स को 3 महीने का रिचार्ज फ्री में दिया जा रहा है। अगर आपके पास Jio Airtel या Vi का Sim हैं तो आप इस ऑफर का लाभ उठा सकते हैं।
सतर्क रहने की जरूरत
एयरटेल, जिओ व वीआई कंपनी के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने इस तरह के किसी भी ऑफर से इनकार कर दिया। साइबर जालसाज एक बार फिर फ्री-रीचार्ज का लिंक भेज रहे हैं। लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। कर्मवीर सिंह, साइबर एक्सपर्ट,
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार का कहना है कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान भी इस तरह का मेसेज वायरल हुआ था। उसमें भी तीन महीने के फ्री रीचार्ज का झांसा दिया गया था। अब ऑनलाइन पढ़ाई के लिए ऑफर दिया जा रहा है।
मोबाइल का एक्सेस अपने हाथों में ले लेंगे जालसाज: वैशाली के एक छात्र द्वारा लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल हैंग गया और थोड़ी देर बाद एक नंबर से उसके पास वह फोटो भेजे जाने लगे, जो उसकी गैलरी में थे।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक