सावधान – देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के बदले नियम……. नए नियम लागू

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द ‘चारधाम यात्रा’ की तैयारियों पर उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का कहना है, ”…इस साल पिछले साल की तुलना में दोगुनी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं. श्रद्धालु उत्तराखंड पर्यटन की वेबसाइट पर पंजीकरण के बाद ही आएं.” व्यवस्था में मदद मिलेगी… मंदिर परिसर के 200 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित रहेगा… अब तक कोई भगदड़ नहीं हुई है, फेक न्यूज फैलाना अपराध है. .. हम आप सभी से अपील करते हैं कि यात्रा शुरू करने से पहले मेडिकल क्लीयरेंस सर्टिफिकेट ले लें…”
मुख्य सचिव आन चारधाम यात्रा-avb
उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा अपने चरम पर है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष दोगुनी संख्या में श्रद्धालुओं की संख्या देखने को मिल रही है। वहीं उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि उत्तराखंड शासन ने देश के सभी राज्यों के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उनकी ओर से सभी श्रद्धालुओं को अवगत करा दिया जाए कि बिना रजिस्ट्रेशन किसी को भी चारधाम के दर्शन नहीं करने दिए जाएंगे। उन्होने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दोगुनी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। सभी श्रद्धालुओँ को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। मुख्य सचिव ने बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन के किसी को भी चारधाम यात्रा के दर्शन की अनुमति नहीं होगी। वहीं उन्होने बताया कि चारोधामों के मंदिर परिसर के 200 मीटर की परीधि में कोई भी श्रद्धालु मोबाईल का प्रयोग नहीं कर सकेगा।

आज श्री अभिनव कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड महोदय द्वारा समस्त जनपद एवं परिक्षेत्र प्रभारियों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक आहूत कर चारधाम यात्रा-2024 एवं पर्यटन सीजन के दृष्टिगत भीड़ प्रबन्धन व यातायात के सुगम परिचालन हेतु की गयी तैयारियों एवं उजागर हो रही चुनौतियों के सम्बन्ध में समीक्षा की गयी।

पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड महोदय द्वारा सुचारु एवं सुव्यवस्थित यातायात संचालन एवं भीड़ प्रबन्धन हेतु आपसी समन्वय व माइक्रो लेवल प्लानिंग को और अधिक बेहतर बनाने पर बल देते हुए निम्न निर्देश दिये गयेः-

➡️ हमारे लिए यात्रियों की सुरक्षा और स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा एवं सुविधा सबसे महत्वपूर्ण है। इन दोनों प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए ही चारधाम यात्रा को सुचारु रुप से सम्पादित कराये जाने की प्लानिंग की जाये।

➡️ बाहरी राज्यों से चारधाम यात्रा पर आ रहे यात्रियों को फोन पर ही व्हाट्सएप/एसएमएस के माध्यम से चारधाम यात्रा बुलेटिन जिसमें धामों की दूरी, वर्तमान दिन में धामों पर मौजूद यात्रियों की संख्या, यातायात की स्थिति, चारों धामों के मौसम की अपडेट जानकारी, रास्तों में रुकने के स्थानों, आदि के बारे में यूजर फ्रेन्डली और उपयोगी प्रारूप में सूचना दी जाए। साथ ही चारों धामों के यात्रा मार्गों पर मुख्य-मुख्य स्थानों पर इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले साईनेज बोर्ड लगाकर विभिन्न भाषाओं में यह जानकारी प्रसारित की जाए।

➡️ सोशल मीडिया पर चार धाम के बारे में भ्रामक प्रचार करने वाले व्यक्तियों की सूची बनायी जाये। अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की जाये।

➡️ पुलिस अधीक्षक, रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी चारों धामों की निर्धारित क्षमता का वैज्ञानिक तरीके के अनुसार भी आंकलन कर लें। क्षमतानुसार ही यात्रियों को धामों की ओर भेजा जाये।

➡️ चारों धामों की सुरक्षा हेतु बनायी गयी सुरक्षा स्कीम के अनुरुप कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।

➡️ गंगोत्री एवं यमुनोत्री में कई स्थानों पर मार्ग संकरे होने के कारण बड़ी बसों के फंसने से जाम की स्थिति बनी रहती है। परिवहन विभाग के सहयोग से ऐसे बड़े वाहनों को रोककर यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था से धामों की ओर भेजने के सम्बन्ध में सार्थक प्रयास किये जाये।

➡️ यातायात का दबाव बढ़ने पर यात्रियों को चिन्हित किये गये निर्धारित स्थानों पर रोके जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। ऐसे स्थान मुख्य कस्बों के पास हों। जहां उनको खाने, पीने, रहने एवं आवश्यक वस्तुओं की सुविधा उपलब्ध हो सके।

➡️ श्री केदारनाथ सहित चारों धामों में तैनात पुलिस बल का साप्ताहिक मेडिकल चेकअप कराया जाये।

➡️ पर्यटन सीजन के दृष्टिगत कुमाऊँ परिक्षेत्र में नैनीताल, कैंची धाम, जागेश्वर धाम आदि स्थानों हेतु भी यातायात प्लान बनाकर उसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराया जाये।

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