होमगार्ड हटाने के मामले में डीएम चमोली को लेकर सोशल मीडिया प्रचारित खबर निराधार है जबकि सच्चाई यह हैः-
1. वीडियो में बताया जा रहा है कि यह लाॅकडाउन के दौरान की घटना है जबकि यह घटना 5 अप्रैल 2021 से पहले की है उस समय कोई लाॅकडाउन नही था। होमगार्ड को इसका लिखित आदेश में 5 अप्रैल की तिथि अंकित है, जबकि पूरे राज्य में 9 मई को कोविड कर्फ्यू लगा था।
2. जिस बच्चे को पीटा गया था वह डीएम का बच्चा नही था। लोगों की शिकायत पर किसी बच्चे को पार्क में जाने से रोकने एवं पीट कर भगाने के मामले में होमगार्ड के खिलाफ कार्रवाई की गई।
3. यदि होमगार्ड को डीएम के आदेश पर आपत्ति थी तो उन्हें अपील में जाना चाहिए था।
4. तीन महीने बाद सोशल मीडिया में इसको तथ्यहीन व गलत तरीके से प्रचारित कराना जानबूझकर जिला प्रशासन की छवि को खराब करना है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक