पहाड़ में 51 साल की उम्र में अपने सपने पूरे कर रही आशा, दे रही 10वीं की बोर्ड परीक्षा
चमोली: उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं आज से शुरू हो गई हैं. कोरोना काल के बाद परीक्षा में शामिल हो रहे परीक्षार्थियों में खास उत्साह देखने को मिल रहा है. ऐसी ही एक तस्वीर गोपेश्वर से सामने आई है. यहां 51 वर्षीय आशा थपलियाल हाईस्कूल की परीक्षा दे रही है. इस उम्र में उनका परीक्षा देना चर्चा का विषय बना हुआ है.
गोपेश्वर में 51 वर्षीय आशा थपलियाल हाईस्कूल की परीक्षा देकर ये संदेश दे रही है कि पढ़ने और लिखने की कोई उम्र नहीं होती है. आप किसी भी उम्र में अपने सपने पूरे कर सकते है. इस उम्र में अपनी पढ़ाई पूरी करने की ललक से आशा थपलियाल समाज के लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन रही हैं.
कहावत को सिद्ध कर दिया पहाड़ की आशा ने, न पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती, इस बात को 51 वर्षीय आशा थपलियाल ने सच कर दिखाया है. आशा थपलियाल इस साल हाईस्कूल की परीक्षा दे रही हैं. आशा थपलियाल कहती हैं, जब मेरी पढ़ने की उम्र थी, तब उनके मायके की पारिवारिक हालत ठीक नहीं थी, फिर शादी के बाद बच्चों के साथ पढ़ाई का समय नहीं लग पाया. अब उनके बच्चों की शादी हो चुकी हैं. अब वे आराम से पढ़ाई कर सकती हैं.
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक